जबलपुर। जबलपुर में एक मुस्लिम युवक ने अपने प्रेम की खातिर परशुराम जयंती पर हिंदू धर्म अपनाया है। जबलपुर में अखलीम अंसारी ने नदी में स्नान किया। नर्मदाष्टक का पाठ किया और हिंदू धर्म को अपनाया। साथ ही आजीवन सनातन धर्म में रहने का संकल्प भी लिया। युवक ने यह सब प्रेम को हासिल करने के लिए किया है। वह हिंदू लड़की से प्यार करता है और उसके लिए उसने अपना धर्म बदल लिया। वह भी घरवालों को बताए बिना।
जबलपुर में हिंदू धर्म सेना नामक संस्था के सामने ही आधारताल इलाके के रहवासी अखलीम अंसारी ने हिंदू धर्म अपनाने की इच्छा जताई थी। इसके लिए नर्मदा तट पर विधिवत कार्यक्रम रखा गया। वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अखलीम ने नदी में डुबकी लगाई। ग्वारीघाट पर आयोजित कार्यक्रम में हिंदू सेना के पदाधिकारियों ने कथित तौर पर पहले तो शुद्धिकरण किया और फिर वैदिक मंत्रोच्चार के बाद अखलीम को हर्ष आर्य नाम दिया गया। हर्ष ने नाम और धर्म में बदलने की जानकारी कलेक्टर कार्यालय में देने का दावा किया है। यह भी कहा कि वह ताउम्र सनातनी ही रहेगा।
अखलीम से हर्ष तो बन गया लेकिन उसकी जाति क्या होगी, इसका जवाब किसी के पास फिलहाल तो नहीं है। हिंदू धर्म सेना के पदाधिकारी भी इस सवाल का जवाब नहीं दे सके। उसके पदाधिकारियों ने कहा कि हम तो सिर्फ प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं। धर्म सेना के प्रदेश अध्यक्ष योगेश अग्रवाल, लता सिंह ठाकुर, रमेश तिवारी, नीरज राजपुर, गीता गोंटिया, अविनाश सुखदान, वैभव गुप्ता, हिमांशु रजक, प्रथम चौधरी, हर्ष चौबे और अभिषेक समेत अन्य कार्यकर्ता इस कार्यक्रम के लिए नर्मदा तट पर पहुंचे।
सूत्रों का कहना है कि अखलीम अगर धर्म छिपाकर हिंदू युवती से शादी करता तो उसके खिलाफ धर्म स्वातंत्र्य कानून के तहत कार्रवाई हो सकती थी। उसने स्वेच्छा से धर्म बदलकर हिंदू बनना बेहतर समझा। कानूनी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद ही अखलीम पूरी तरह से हर्ष बन पाएगा। अब तक उसके परिवार की रिएक्शन नहीं आई है।