भोपाल। देश में प्रवेश कर चुका पश्चिमी विक्षाेभ पंजाब और उसके आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। प्रदेश के मध्य भाग में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस वजह से मध्य प्रदेश के मौसम में भारी उतार-चढ़ाव आ रहा है। पश्चिमी विक्षाेभ अमूमन पंजाब-हरियाणा से होकर गुजरते हैं, लेकिन इस बार पश्चिमी विक्षाेभ राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रहा है। यही कारण है कि मध्य प्रदेश के इलाकों में भी चक्रवाती घेरे बने हुए हैं।
ट्रफ लाइन बनने से अरब सागर से नमी आ रही है, जिससे तापमान में गिरावट हो रही है। अगले 24 घंटे में महाकौशल, विंध्य, बुंदेलखंड इलाकों सहित 15 जिलों में हल्की वर्षा का अनुमान है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों तक प्रदेश का मौसम बिगड़ा रहने का अनुमान व्यक्त किया है।
मौसम विभाग के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश के करीब 15 जिलों सहित भोपाल संभाग में मंगलवार को भी बादल बने रहेंगे। कई जगह तेज हवाएं भी चल सकती है। बादल के बने रहने के कारण तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहने का अनुमान है। भोपाल के साथ ही सीहोर, विदिशा, रायसेन और राजगढ़ में भी कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी और कहीं तेज बारिश हो सकती है।
ग्वालियर-चंबल अंचल की बात करें तो अफगानिस्तान पाकिस्तान होकर भारत में आने वाला वेस्टर्न डिस्टरबेंस इस बार हरियाणा पंजाब की बजाए राजस्थान और उत्तरी मध्य प्रदेश से होकर गुजर रहा है। इसके चलते ग्वालियर-चंबल अंचल के कई इलाकों में बारिश हुई है।