छतरपुर। छतरपुर जिले के नौगांव में स्थित शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में अध्ययनरत तीन छात्रों ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर नौगांव के ही एक मिष्ठान व्यापारी के घर में एक करोड़ की डकैती को अंजाम दे डाला।आरोपियों ने यूट्यूब के जरिये लूट और डकैती करने के तरीके, मौके से भागने की प्लानिंग, पीड़ितों को डराने, धमकाने और बांधने तक का अभ्यास किया था। इसके बावजूद चार आरोपी सुबह होने के पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ गए, जबकि एक फरार है। पकड़े गए आरोपियों से पुलिस ने लूट के 36 लाख रुपये नगद, 50 तोला से अधिक सोना एवं तीन किलो से अधिक चांदी व मोटर साईकिल सहित कुल एक करोड़ एक लाख 48 हजार की संपत्ति जब्त कर ली है। महज आठ घंटे में ही डकैती की इस बड़ी वारदात का खुलासा करने में छतरपुर पुलिस की लगभग 30 सदस्यीय टीम व साइबर सेल ने रात भर मेहनत की। पुलिस की इस टीम को आईजी के द्वारा 30 हजार रुपये का ईनाम देकर सम्मानित किया जाएगा।
पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस पूछताछ में बताया कि उन्हें संदेह था कि नौगांव में 20 साल से बीकानेर मिष्ठान भण्डार संचालित करने वाले ओमप्रकाश पुरोहित, तनय पुखराज सिंह पुरोहित के पास भारी मात्रा में पैसा और सोना-चांदी मौजूद है। आरोपियों ने व्यापारी को घेरने के लिए लगभग 10 दिन तक घर और दुकान के आसपास रेकी की थी। आरोपियों ने जब पुख्ता सूचनाएं एकत्रित कर लीं तब 30 अप्रैल की रात करीब साढ़े 10 बजे व्यापारी के घर के बाहर जाल बिछा लिया। जैसे ही व्यापारी दुकान से घर पहुंचा और उनकी नाबालिग बेटी घर के बाहर का दरवाजा लगाने के लिए आयी तभी आरोपी कट्टा दिखाकर भीतर घुस गए। आरोपियों ने नकाब पहन रखा था। घुसते ही उन्होंने पहले लड़की को पीटा और फिर उसके सिर पर कट्टा तानकर वे उसे ऊपरी मंजिल पर ले गए, जहां लड़की के माता-पिता मौजूद थे। लड़की के सिर पर कट्टा रखकर अन्य आरोपियों ने माता-पिता के साथ भी जमकर मारपीट की और जान से मारने की धमकी देते हुए घर में मौजूद सारा पैसा और जेवरात अपने साथ लाए एक बैग में रखने के लिए कहा। संपत्ति को रखने के लिए एक बैग कम पड़ गया तो आरोपियों ने इसी घर से एक और बैग लिया और फिर संपत्ति दोनों बैग में भरकर परिवार के तीनों लोगों को अपने साथ लाए गए टेप से बांध दिया। आरोपी तीनों लोगों को बांधकर नीचे उतरे और फिर घर के बाहर रखी व्यापारी की मोटर साईकिल व अपने साथ लायी गई एक अन्य मोटर साईकिल के जरिये भाग निकले। व्यापारी ने कुछ देर बाद किसी तरह हाथ में बंधी टेप को खोला और फिर अपने एक दोस्त को फोन किया। दोस्त के घर पहुंचने के बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई।
लूट और डकैती की इस घटना ने छतरपुर पुलिस को हिलाकर रख दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से भाग गए थे, लेकिन पुलिस को एक मुखबिर के जरिये कुछ जरूरी सुराग मिले। पुलिस को सुराग मिला कि किसी आरोपी के द्वारा घर के भीतर की सारी जानकारियां जुटायीं गई थीं, इसलिए पुलिस ने घर के ही मोबाइल नंबरों से एक लड़के का नंबर ट्रेस कर लिया। इसी नंबर के आधार पर साईबर सेल को एक्टिव किया गया। उधर पुलिस ने जल्दी सूचना मिलने के कारण सभी थानों को अलर्ट कर दिया था। सभी सड़कों पर पुलिस की जांच जारी थी।
इधर आरोपी अपने मोटर साईकिलों को एक जगह रखकर बस के जरिये झांसी की ओर भागने की फिराक में थे। फोरलेन पर बस का इंतजार करते हुए सुबह 5:00 बजे पुलिस की एक टीम ने इन आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गए आरोपियों से कट्टा, मोटर साईकिल और संपत्ति भी बरामद की गई।
पकड़े गए आरोपियों के नाम गोलू प्रजापति निवासी नौगांव, राहुल कुशवाहा निवासी रीवा, अनीस कुशवाहा निवासी रीवा, मनोज यादव निवासी नौगांव बताए गए हैं। एक अन्य आरोपी अब भी फरार है। गोलू, राहुल एवं अनीस नौगांव के ही पॉलीटेक्निक कॉलेज के छात्र हैं। पकड़े गए आरोपियों का कोई पुराना आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं है।