बुरहानपुर। बुरहानपुर में गुरुवार रात निकली एक बरात चर्चा का विषय बन गई। दरअसल बरात में दूल्हे के साथ ही दुल्हन भी घोड़े पर सवार होकर, हाथों में तलवार लिए, रानी लक्ष्मीबाई की वेशभूषा में सज संवर कर निकली। समाज में समानता का संदेश देते हुए निकली दुल्हन को इस तरह घोड़े पर बैठा देख हर कोई एक पल के लिए ठिठक कर बस देखता ही रह गया।
बुरहानपुर के बस स्टैंड क्षेत्र में रहने वाले बौद्ध समाज के मध्यमवर्गीय निकम परिवार की बेटी मीना निकम का विवाह बुरहानपुर शहर के ही कपिल सपकाले के साथ तय हुआ था। मीना की ख्वाहिश थी कि वह भी अपने विवाह में सज धज कर दूल्हे की तरह ही घोड़ी पर सवार होकर बरात निकाले। दुल्हन मीना की इच्छा का ख्याल रखते हुए उनके परिजन और साथ ही पति कपिल सपकाले ने भी इसमें साथ देने का निर्णय लिया और फिर इसी के अनुसार विवाह के समय दूल्हे कपिल के साथ दुल्हन मीना हाथों में तलवार लिए घोड़ी पर सवार होकर निकली।
दुल्हन के घरवालों का कहना है कि परिवार बेटा और बेटी में कोई फर्क नहीं करता। बेटियां भी बेटों से कम नहीं होती। इसीलिए मीना की इच्छा पूरी करने के लिए परिवार ने उसे सजा धजा कर, घोड़ी पर बिठाकर और उसकी बरात निकालकर यही संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत खुशी है कि उनके परिवार की लड़की की शादी वह इस तरह से करने में कामयाब हुए, जिससे समाज को अच्छा संदेश मिले। वहीं इस अनोखी शादी को देख आम लोगों ने भी इसकी सराहना की और कहा कि यह एक अच्छी पहल है, इससे समाज में समानता का संदेश जाएगा और बेटा और बेटी के बीच फर्क करने वालों को एक अच्छा संदेश मिलेगा।