भोपाल। मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आने पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने प्रत्येक महिला को 1500 सौ रुपये महीने और 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की बात कही है। इसको लेकर दमोह के पथरिया से बसपा विधायक रामबाई सिंह परिहार का एक बयान सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। रामबाई का कहना है कि कांग्रेस कोई और नेता यह बात कहता तो शायद वह बात पूरी नहीं होती, लेकिन कमलनाथ दादा ने यदि कोई बात कही है तो वह जरूर पूरी होगी क्योंकि वह अपनी बात पर कायम रहते हैं।
कलेक्ट्रेट पहुंची विधायक रामबाई ने मीडिया कर्मियों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि भाजपा सरकार के द्वारा लाडली बहना योजना चलाई जा रही है और 1000 प्रतिमाह देने की बात कही जा रही है, लेकिन यह पैसे किसी को नहीं मिलने वाले, हो सकता है कि एक-दो महीने मिल भी जाए, लेकिन उसके बाद कुछ नहीं मिलना। यह आज की जनता है सब कुछ जानती है कि कौन किसके लिए क्या करने वाला है। 85 साल का बुजुर्ग भी आज के समय के हिसाब से बात करता है और सब कुछ जानता है। उन्होंने कहा कि भाजपा के द्वारा लाडली बहना योजना के लिए एक क्राइटेरिया तैयार किया है, जिसमें 200000 से अधिक की आय नहीं होनी चाहिए, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र में देखो 50 और 100 एकड़ जमीन वाले लोग भी अपने घर की महिलाओं से फॉर्म भरवा रहे हैं। रामबाई ने कहा कि चाहे भाजपा हो या कांग्रेस यदि इन्हें जनता की इतनी ही चिंता है तो गैस सिलेंडर क्यों आज 1200 रुपये का मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत मत है कि यदि कमलनाथ दादा कोई बात कहते हैं तो उसे जरूर पूरा करते हैं। बाकी भाजपा और कांग्रेस की लोक लुभावनी बातें ही हमेशा रहती हैं।
बता दें, कि भाजपा सरकार ने लाडली बहना योजना की शुरुआत की है जिसमें 23 से 60 वर्ष की उम्र की महिला को प्रत्येक महीने 1000 रुपये दिए जाएंगे। जून के महीने से पैसे मिलने की शुरुआत हो रही है। इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिए सभी राजनीतिक पार्टियां अपने-अपने हिसाब से मतदाताओं को रिझाने लगी हैं, तो इसी क्रम में कांग्रेस ने भी नारी सम्मान योजना शुरू करने की बात कही है और कमलनाथ ने छिंदवाड़ा जिले से इसकी शुरुआत की है। उन्होंने कहा था कि यदि कांग्रेस की सरकार आती है तो प्रत्येक महीने हर महिला को 1500 रुपये महीने और 500 में गैस सिलेंडर दिया जाएगा। इस नारी सम्मान योजना के फार्म भी पूरे प्रदेश में कांग्रेसी नेताओं के द्वारा भरवाए जा रहे हैं।