खंडवा। मध्य प्रदेश के खंडवा पहुंचे दिग्विजय सिंह कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक में गुटबाजी से इतना झल्ला गए कि उन्होंने गुस्से में कह दिया कि कांग्रेस भाड़ में जाए। निमाड़ में कांग्रेस अलग-अलग गुटों में बंटी है। ऐसे में कांग्रेस के मंडलम-सेक्टर की बैठक में कमलनाथ गुट और अरुण यादव गुट के लोग आमने-सामने आ गए। बहस इतनी बढ़ी कि मंडलम-सेक्टर की बैठक लेने आए दिग्विजय सिंह को नाराज होकर मंच से कहना पड़ा- कांग्रेस भाड़ में जाए, तुम इसी तरह बहस करते रहो।
दिग्विजय सिंह के निमाड़ के इस दौरे की शुरुआत भी विवाद से ही हुई थी। शनिवार को दौरे के अंतिम दिन भी विवाद हुआ। हालांकि, दिग्विजय सिंह ने नाराज नेताओं को किसी तरह मना लिया। समापन पर उन्होंने मीडिया से कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में जोश और उमंग है। छोटे-मोटे विवाद थे, जिन्हें अब सुलझा लिया गया है।
निमाड़-मालवा की 66 सीटों के लिए कांग्रेस ने रणनीति बनाई है। इसी के तहत कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने निमाड़ में तीन दिन का दौरा किया। उनके दौरे की शुरुआत निमाड़ के बुरहानपुर जिले से हुई लेकिन वहां एक मुस्लिम नेता को मंच से उतारने पर विवाद हुआ। इसके बाद दिग्विजय सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया में ट्वीट-वॉर भी छिड़ा। हालांकि, इस मामले पर खंडवा में दिग्विजय सिंह ने सफाई दी। सिंधिया से कह दिया कि वे अपनी सलाह अपने पास रखे। दौरे के अंतिम दिन खंडवा में भी हंगामा हो गया। यहां पूर्व शहर कांग्रेस अध्यक्ष इंदल सिंह पंवार ने अपनी बात नहीं रखने देने का आरोप लगाया। उन्होंने खंडवा विधानसभा चुनाव 2018 में प्रत्याशी रहे कुंदन मालवीय को बोलने से रोका। जब विरोध बढ़ा तो गुस्साए दिग्विजय सिंह ने कहा कि सबको बोलने दो, आप लोग रातभर बोलो, कांग्रेस जाए भाड़ में।
कार्यक्रम के समापन पर जब दिग्विजय सिंह अपने निमाड़ दौरे से लौट रहे थे, तब इस घटनाक्रम पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं में उत्साह, उमंग और लड़ने का जज्बा है। छोटे-मोटे विवाद हैं जो अब समाप्त हो रहे हैं। सभी कांग्रेसी एक साथ मिलकर भाजपा को हराएंगे। कांग्रेस को जिताएंगे। हालांकि, दिग्विजय सिंह और विवादों का नाता पुराना है। दिग्विजय सिंह ने ही अपने निमाड़ दौरे में बीजेपी का कनेक्शन पकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई से होने का आरोप लगाया। शनिवार को कहा कि अगर वह सत्ता में आए तो बजरंग दल और बीजेपी के उन लोगों को देशद्रोह के केस में जेल भिजवाएंगे जो पकिस्तान की खुफिया एजेंसी को भारत की गुप्त जानकारियां दे रहे हैं।