भोपाल। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर तीन मौसम प्रणालियां बनी हुई हैं। साथ ही हवाओं का रुख बदलने से वातावरण में फिर नमी बढ़ने लगी है। इस वजह से राजधानी भोपाल सहित कुछ जिलों में आंशिक बादल भी छा गए हैं। भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। इस वजह से नौतपा के अंतिम दिन शुक्रवार को तापमान में अधिक बढ़ोतरी होने की संभावना नहीं है। पिछले 24 घंटों के दौरान शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे तक ग्वालियर में बूंदाबांदी हुई। उधर दक्षिण-पश्चिम मानसून दक्षिणी अरब सागर और उससे लगे अमीनी दीप तक पहुंच गया है। मानसून के पांच जून के आसपास केरल में दस्तक देने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू के आसपास हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में मौजूद है। उसने प्रभाव से पंजाब पर एक प्रेरित चक्रवात बना है। दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि इन तीन मौसम प्रणालियों के सक्रिय रहने के अलावा हवा का रुख भी दक्षिण-पश्चिमी बना हुआ है। हवाओं के साथ नमी आने से बादल छाने लगे हैं। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है। साथ ही भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, इंदौर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हो सकती है। उधर शुक्रवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान 26.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम रहा। साथ ही यह गुरुवार के न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस की तुलना में 2.4 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। गुरुवार को शहर का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया था। जो सामान्य रहा था। शुक्रवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहने की संभावना है।