बैतूल। एमपी के बैतूल जिले में एक बीजेपी पार्षद को मंच पर माइक क्या मिला, उन्होंने मंच से ताबड़तोड़ घोषणाएं करना शुरू कर दिया। अतिउत्साह में बीजेपी पार्षद यह तक ऐलान करते नजर आए कि लाड़ली बहना योजना के तहत लाड़ली बहनों को 1 लाख रुपए प्रति महीना दिए जाएंगे। हालांकि इन ताबड़तोड़ घोषणाओं के बीच किसी भी वरिष्ठ नेता ने पार्षद को न तो रोकने का प्रयास किया और न ही उनसे माइक वापस लिया गया। हां संबोधन समाप्त होने के बाद वरिष्ठ पदाधिकारी जरूर उन्हें हिदायत देते नजर आए। हालांकि अपनी वाकपटुता पर मोहित पार्षद जी उन्हीं पदाधिकारियों के सामने अकड़ दिखाने लगे।
दरअसल भैंसदेही में लाड़ली बहना योजना के प्रमाण पत्र वितरण कार्यक्रम में वार्ड नंबर 12 से पार्षद सुजीत सिंह ठाकुर को जैसे ही माइक मिला, तो मानों कोई अदृश्य शक्ति उन पर सवार हो गई। वे माइक पकड़ते ही इतने उत्साहित हो गए कि उन्होंने ऐलान कर दिया कि प्रदेश सरकार हर लाड़ली बहना को 1 लाख रुपए प्रति महीने खाते में डालेगी। खास बात यह थी कि मंच पर लगे फ्लैक्सों में साफ-साफ हजार रुपए महीना लिखा हुआ था। अब यह 1000 रु. पार्षद जी को दिखाई नहीं दिया या फिर अतिउत्साह में हजार के आगे डबल जीरो लगे हुए उन्हें दिखाई दिए यह तो पता नहीं। लेकिन अब नेताजी की यह भाषणबाजी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
तकरीबन 10 मिनट तक दिए अपने भाषण में उन्होंने आम लोगों के लिए एक नौकरी विभाग का भी गठन कर डाला। हालांकि नेताजी का भाषण इतना सुपरफास्ट रहा कि आखिर वे कहना क्या चाह रहे थे यह साधारण व्यक्ति के लिए समझ पाना मुश्किल था। इनका वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर यूजर्स के हंसी के हंसगुल्ले छूट रहे हैं। वहीं कांग्रेसी नेता भी बीजेपी पार्षद की इस भाषणबाजी के जमकर मजे ले रहे हैं।
कांग्रेस नेता अजय चौलिया ने बीजेपी पार्षद की इस भाषण बाजी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बीजेपी में कोरोना महामारी की तरह घोषणा करने की बीमारी फैल गई है। इसलिए पार्षद स्तर के नेता भी अपने मुख्यमंत्री की तरह ऊलजलूल घोषणाएं करने से नहीं चूक रहे। चौलिया ने कहा कि ऐसे नेताओं के कारण ही जनता अब बीजेपी को घर बैठाने की तैयारी कर चुकी है।
वही बताया जा रहा है कि लाड़ली बहना योजना के स्वीकृति पत्र वितरण कार्यक्रम के बाद बीजेपी के पदाधिकारियों ने पार्षद पर नाराजगी जताई और उन्हें हिदायत भी दी गई कि जब योजनाओं के बारे में पता न हो तो माइक पर बेवजह अंट शंट घोषणाएं नहीं करना था। हालांकि बीजेपी पार्षद उन पदाधिकारियों को ही अकड़ दिखाने से बाज नहीं आए। बहरहाल देखना यह होगा कि बीजेपी पार्षद का वायरल वीडियो उन्हें बीजेपी से नोटिस दिलाता है या नहीं।