बालाघाट। हमारे जवानों व अधिकारियों ने 10 महीनों के अंदर ही करीब डेढ़ करोड़ के नक्सलियों को या तो ढेर किया है या सलाखों के पीछे भेजा है। राज्य में नक्सली अगर अपने पांव पसारेंगे, तो उनके पांव काट दिए जाएंगे। यह बातें पुलिस कंट्रोल रूम में पुलिस के आला अधिकारियाें के साथ समीक्षा बैठक के बाद मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहीं।
10 माह में नक्सल उन्मूलन को लेकर कार्रवाई पर खुशी
गृहमंत्री ने कहा कि बालाघाट में पिछले 10 महीनों में नक्सल उन्मूलन को लेकर की गई कार्रवाई पर खुशी जाहिर की। गुरुवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बालाघाट दौरे के लिए बालाघाट पहुंचे गृहमंत्री ने नक्सल उन्मूलन और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के संबंध में बैठक ली। बैठक में मप्र के डीजीपी सुधीर सक्सेना, एडीजी आदर्श कटियार, ओएसडी अशोक अवस्थी, आईजी संजय कुमार, डीआईजी मुकेश श्रीवास्तव, एसपी समीर सौरभ आदि मौजूद रहे।
गृहमंत्री ने कहा कि जांबाज जवानों ने पूरी शिद्दत, ताकत और मेहनत से नक्सल समस्या को बढ़ने से रोकने में सफलता दर्ज की है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ राज्य का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि मप्र के पड़ोसी राज्यों में नक्सलवाद की भयावह समस्या होने के बाद भी मप्र में इस समस्या को पांव पसारने नहीं दिया जा रहा है। भाजपा की सरकार जब से सत्ता में आई है, तब से इस नक्सल समस्या को खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है।
गृहमंत्री ने कहा कि नक्सल समस्या को खत्म करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा पर्याप्त बल मिल रहा है। गृहमंत्री अमित शाह ने हाल ही में सीआइएसएफ की कंपनियां उपलब्ध कराई हैं। समीक्षा में इस बात पर भी चर्चा की गई कि नक्सलियों के पाइपलाइन पर खास नजर रखने की जरूरत है। अर्बन नक्सल का जिक्र करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि लोगों का ब्रेन वाश करने वालों की तह तक जाना चाहिए। उन्हें फाइनेंस या पैसे कहां से आ रहे हैं, रासायनिक विस्फोटक कहां से आ रहे हैं, इसकी जड़ पर जाकर प्रहार करने की आवश्यकता है। छत्तीसगढ़ में बढ़ती नक्सल समस्या के सवाल पर गृहमंत्री ने कहा कि ये उस राज्य का मसला है, लेकिन मप्र में नक्सली पैर नहीं पसार सकते। गौरतलब है कि बालाघाट जिले के कान्हा क्षेत्र तथा अमरकंटक क्षेत्र में नक्सलियों की घुसपैठ बढ़ रही है, जिसे लेकर पुलिस भी अलर्ट है।