इंदौर। हरी सब्जियां भी अब आम लोगों के बूते से बाहर होती दिख रही हैं। मानसून की सक्रियता के साथ ही थोक मंडियों में सब्जियों की आवक में कमी देखी जा रही है। इससे सब्जियों के खेरची भाव आसमान छू रहे हैं। प्रदेश की सबसे बड़ी देवी अहिल्याबाई होलकर चोइथराम सब्जी मंडी में दो सप्ताह के दौरान टमाटर के दामों में जोरदार उछाल आया है। सोमवार को खेरची में टमाटर 100 से 120 रुपये प्रति किलो बिकता नजर आया। हरे धनिये ने अचानक उछाल लेकर महंगाई में टमाटर को पीछे छोड़ दिया। इंदौर में हरा धनिया 150 से 200 रुपये किलो के दाम पर बिका। व्यापारियों के अनुसार बीते दो-तीन दिनों में इंदौर के आसपास के क्षेत्रों में हुई वर्षा की वजह से खेतों में पानी जमा हो गया है। इससे धनिया खराब हो गया है। आपूर्ति रुकने से मंडी में इसके दाम बढ़ने लगे हैं।
सोमवार को चोइथराम थोक थोक मंडी में धनिया 70-90 रुपये प्रति किलो तक बिका जो खेरची में गुणवत्ता के अनुसार 150 से 200 रुपये किलो तक बेचा गया। हरी मिर्च की आवक भी बेहद कमजोर रहने से इसके दामों में भी जोरदार उछाल देखा गया। थोक मंडी में हरी मिर्च 40 से 60 रुपये प्रति किलो तक बिकी। आम उपभोक्ताओं को खेरची बाजार में यही हरी मिर्च 70 से 80 रुपये किलो के दाम पर बेची जा रही है।
थोक कारोबारी इमरान राइन के भीषण गर्मी और लू की वजह से कई राज्यों में टमाटर के पौधे झुलस गए थे। बीते दिनों से थोक मंडी में राजस्थान और महाराष्ट्र से आवक हो रही थी। ऐसे में 15-20 दिनों से टमाटर महंगा ही बिक रहा था। अब राजस्थान से भी माल की आवक रुक गई है। सिर्फ महाराष्ट्र से ही टमाटर आ रहा है। सांगनेर का टमाटर अच्छी क्वालिटी का होता है, जो ऊंचे दाम पर बिक रहा है।
महाराष्ट्र में भी अन्य राज्यों की मांग आने से वहां भी टमाटर की कीमतें अब बढ़ाकर बोली जा रही हैं। इससे इंदौर मार्केट में भी इसके दाम काफी उछल गए हैं। अप्रैल और मई महीने में टमाटर सस्ता हो गया था। तब किसान लागत भी नहीं निकाल पा रहे थे। अब टमाटर की भारी किल्लत की वजह से कीमतें आसमान छूने लगी हैं।