भोपाल: भोपाल में लगातार हो रही बारिश से शहर में मानसिक रोगियों की संख्या में 30% की वृद्धि देखी गई है। धूप न निकलने और लगातार नमी के कारण लोगों में चिड़चिड़ापन, गुस्सा और तनाव जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि जब मौसम में लंबे समय तक बदलाव होता है, तो इसका सीधा असर मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।
जेपी अस्पताल और हमीदिया अस्पताल में मानसिक रोगियों की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। जेपी अस्पताल में जहां रोजाना 40 मरीज आते थे, अब यह संख्या 50 से 55 तक पहुंच गई है। हमीदिया में भी ओपीडी में मानसिक रोगियों की संख्या 50 से बढ़कर 70 हो गई है।
विशेषज्ञ बताते हैं कि धूप की कमी से शरीर में न्यूरोट्रांसमीटर सेरोटोनिन और मेलाटोनिन के स्तर में उतार-चढ़ाव होता है, जिससे दिमागी परेशानी बढ़ जाती है। इस स्थिति को सीजनल अफेक्टिव डिसऑर्डर (एसएडी) कहा जाता है, जो खासकर धूप की कमी से होता है।
इस समस्या से बचने के लिए विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि लोग सुबह की धूप में बैठें, हरी सब्जियों और संतुलित आहार का सेवन करें, और नियमित व्यायाम करें। इससे मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखा जा सकता है।
मानसिक रोगों से बचाव के लिए यह करें:
– सुबह सूर्य की रोशनी में बैठें।
– हरी सब्जियां ज्यादा खाएं और संतुलित आहार लें।
– शरीर में ताकत बनाए रखने वाले पदार्थों का लगातार सेवन करें।
– नियमित एक्सरसाइज करें।