भोपाल। मध्य प्रदेश में अगले मुख्य सचिव बनने की रेस में शामिल आईएएस (IAS) अधिकारियों को अब 2025 तक इंतजार करना पड़ सकता है। वर्तमान मुख्य सचिव वीरा राणा को एक और सेवा विस्तार (EXTENSION) देने की तैयारी चल रही है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री मोहन यादव उनके काम से संतुष्ट हैं और उन्हें छह महीने की सेवा वृद्धि देने का प्रयास किया जा रहा है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए वीरा राणा को पहले ही एक बार सेवा विस्तार मिल चुका है।
प्रदेश में अगला मुख्य सचिव कौन होगा, इसे लेकर कयास लगाए जा रहे हैं। संभावित उम्मीदवारों में अनुज नाम और राजेश राजोरा के साथ 1990 बैच के अधिकारी एसएन मिश्रा शामिल हैं। हाल ही में कुछ अधिकारियों के पद और जिम्मेदारियों में बदलाव किए गए हैं, जिससे संकेत मिलता है कि सरकार किसी अन्य अधिकारी के लिए रास्ता बना रही है।
जब विधानसभा चुनाव के दौरान इकबाल सिंह बेस की सेवा अवधि समाप्त हुई थी, तो प्रदेश में उपलब्ध वरिष्ठ अधिकारी वीरा राणा को मुख्य सचिव का प्रभार दिया गया था। इसके बाद, उन्हें पूर्णकालिक मुख्य सचिव बना दिया गया, और मार्च में सेवानिवृत्त होने से पहले ही मुख्यमंत्री ने उन्हें छह महीने की सेवा वृद्धि दिलाई।
अपर मुख्य सचिव डॉ. राजेश राजोरा को भी अपने कार्यालय में महत्वपूर्ण संकेत मिले हैं। उनके वरिष्ठ अधिकारी विनोद कुमार और जेजे कांतिर्लया को मंत्रालय से बाहर भेजा गया है। वहीं, अपर मुख्य सचिव मोहम्मद सुलेमान को कृषि उत्पादन आयुक्त बनाया गया है। वे जुलाई 2025 में सेवानिवृत्त होंगे। एसएन मिश्रा को गृह और परिवहन जैसे महत्वपूर्ण विभाग दिए गए हैं, जिससे उनकी भविष्य की भूमिका का संकेत मिलता है। वह सितंबर 2025 में सेवानिवृत्त होंगे। इसी तरह मंदार श्रीवास्तव नवंबर में और डॉ. राजेश राजोरा मई 2027 में सेवानिवृत्त होंगे।
इसका मतलब है कि मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल अधिकारियों को और इंतजार करना पड़ सकता है।