उज्जैन: आज सावन के तीसरे सोमवार को उज्जैन में महाकाल की सवारी के दौरान डमरू वादन का नया विश्व रिकॉर्ड बनाया गया है। 1500 लोग एक साथ डमरू बजाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने में सफल हुए। गिनीज बुक के प्रतिनिधि ऋषिनाथ ने यह घोषणा की और सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय और संतों को सर्टिफिकेट सौंपा। रिकॉर्ड बनते ही शक्ति पथ ‘जय महाकाल’ और डमरू की आवाज़ से गूंज उठा।
डमरू वादन का रिकॉर्ड:
- पुराना रिकॉर्ड: 2021 में न्यूयॉर्क के नाम 488 लोगों द्वारा एक साथ डमरू बजाने का रिकॉर्ड था।
- पिछले तीन दिनों से 25-25 डमरू वादकों की अलग-अलग टीमें तैयार की गई थीं। ये टीमें सवारी के दौरान डमरू बजाते हुए साथ चल रही हैं।
धार्मिक गतिविधियाँ:
- दर्शन: महाकाल मंदिर में सुबह 11 बजे तक करीब डेढ़ लाख श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।
- अन्य स्थल: खंडवा के ओंकारेश्वर, छिंदवाड़ा के पातालेश्वर और भोपाल के भोजपुर, बड़ वाले महादेव और गुफा मंदिर में भी पूजा-अर्चना की जा रही है। भोजपुर में शिवलिंग को 7 क्विंटल फूलों से सजाया गया है।
सवारी और उपस्थिति:
- उपस्थित लोग: उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, मंत्री गोविंद सिंह राजपूत, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक सतीश मालवीय, कमिश्नर संजय गुप्ता, आईजी संतोष सिंह, नगर निगम कमिश्नर आशीष पाठक और महापौर मुकेश टटवाल भी सवारी में शामिल होंगे। सभी ने डमरू बजाया।
- सवारी समय: शाम 4 बजे महाकाल की सवारी निकलेगी। महाकाल चांदी की पालकी में चंद्रमौलेश्वर के रूप में और हाथी पर मनमहेश के स्वरूप में विराजित होंगे।
- भस्म आरती: भस्म आरती के लिए रात 2.30 बजे मंदिर के पट खोले गए थे। इस दौरान 15 हजार से ज्यादा श्रद्धालु दर्शन करने आए।
लाइव टेलिकास्ट:
- एलईडी स्क्रीन: महाकाल लोक के पास शक्ति पथ पर 5 एलईडी स्क्रीन लगाई गई हैं, और सवारी के दौरान ट्रक पर 4 एलईडी स्क्रीन लगाई जाएंगी, ताकि डमरू वादन का लाइव प्रसारण किया जा सके।
मंदिर प्रशासन को उम्मीद है कि आज 3 लाख से ज्यादा भक्त महाकाल के दर्शन करने आएंगे।