गौतम अडाणी ने अपने रिटायरमेंट प्लान का खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि वे 70 साल की उम्र में चेयरमैन का पद छोड़ देंगे और 2030 में अपने बेटों और भतीजों को कंपनी की कमान सौंपेंगे। उनके चार उत्तराधिकारी होंगे, जिनमें उनके दोनों बेटे करण और जीत अडाणी और भतीजे प्रणव और सागर अडाणी शामिल हैं।
गौतम अडाणी ने कहा कि उनके बेटे और भतीजे पारिवारिक ट्रस्ट के बराबर लाभार्थी बनाए जाएंगे और इसके बारे में कॉन्फिडेंशियल एग्रीमेंट की जानकारी ग्रुप की कंपनियों को दी गई है। साथ ही हिस्सेदारी ट्रांसफर करने के निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले गौतम अडाणी ने अपने उत्तराधिकारी के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी, लेकिन अब उन्होंने अपने रिटायरमेंट प्लान का खुलासा कर दिया है।
गौतम अडाणी एक भारतीय उद्योगपति और अडाणी समूह के संस्थापक हैं, जो भारत के सबसे बड़े व्यापारिक समूहों में से एक है। उनका जन्म 24 जून 1962 को अहमदाबाद, गुजरात में हुआ था। अडाणी समूह की प्रमुख कंपनियां ऊर्जा, बुनियादी ढांचा, कृषि, और लॉजिस्टिक्स जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं। गौतम अडाणी को विशेष रूप से बंदरगाहों और हवाई अड्डों के संचालन में उनकी कंपनियों की सफलता के लिए जाना जाता है। वह भारत के सबसे धनी व्यक्तियों में से एक हैं और उन्होंने अपनी व्यावसायिक कुशलता के माध्यम से विश्वभर में पहचान बनाई है।