भोपाल: मध्य प्रदेश वेयरहाउसिंग एंड लॉजिस्टिक्स कॉर्पोरेशन के एमडी रवींद्र सिंह के खिलाफ कर्मचारियों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। कर्मचारियों का कहना है कि एमडी ने ट्रांसफर आदेशों में लेन-देन किया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मुख्यमंत्री को एमडी को हटाने के लिए नोटशीट लिखी है।
कर्मचारियों का आरोप है कि रवींद्र सिंह ने पिछले छह महीनों में 100 से अधिक ट्रांसफर किए हैं, जिनमें लेन-देन का खेल चल रहा है। इनमें से कई ट्रांसफर आदेश बाद में निरस्त कर दिए गए। आरोपों के अनुसार, एमडी ने ट्रांसफर के लिए कर्मचारियों से पैसे मांगे और फिर उन आदेशों को निरस्त कर दिया, जिनसे संबंधित कर्मचारी उनके संपर्क में आया।
मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने मामले की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री को नोटशीट भेजी है, जिसमें एमडी के तत्काल हटाने की मांग की गई है। इसके साथ ही, पीएस खाद्य को ट्रांसफर आदेशों पर रोक लगाने के निर्देश भी दिए गए हैं।
एमडी रवींद्र सिंह ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि ट्रांसफर आदेश पूरी तरह से शासन की प्रक्रिया के अनुसार किए गए हैं और लेन-देन के आरोप गलत हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कर्मचारियों के ट्रांसफर में कोई अनुशासनहीनता नहीं की है।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि हाल के महीनों में कई ट्रांसफर आदेश जारी किए गए हैं, जो बाद में निरस्त कर दिए गए हैं। उदाहरण के लिए, 17 जून को जारी ट्रांसफर सूची में मिथलेश कुर्मी, रोहित पटेल, और शांतिलाल वसूनिया जैसे कई कर्मचारियों के ट्रांसफर के आदेश थे, जिन्हें बाद में निरस्त कर दिया गया।
इस स्थिति ने कर्मचारियों और अधिकारियों के बीच तनाव को बढ़ा दिया है, और मंत्री की कार्रवाई से मामले में जल्द समाधान की उम्मीद जताई जा रही है।