जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर संभाग के तीन जिलों में डायरिया का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। पिछले डेढ़ महीने में इस बीमारी से 17 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 800 से अधिक लोग इस बीमारी से प्रभावित हुए हैं। स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्रीय निदेशक संजय डी मिश्रा ने गुरुवार को इस स्थिति की जानकारी दी।
डायरिया से हुई मौतों का आंकड़ा
डायरिया से हुई 17 मौतों में से जबलपुर और मंडला जिलों में सबसे अधिक छह-छह मौतें हुई हैं, जबकि डिंडोरी जिले में पांच लोगों की जान गई है। इन मौतों ने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं और प्रशासनिक व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
डायरिया से प्रभावित 800 लोगों में से कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। डायरिया, जो आमतौर पर दूषित पानी और खाने से फैलता है, ने इन जिलों में व्यापक पैमाने पर लोगों को अपनी चपेट में ले लिया है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और जागरूकता की अनुपस्थिति के कारण यह समस्या और गंभीर हो गई है।
स्वास्थ्य विभाग ने इस स्थिति को देखते हुए आवश्यक कदम उठाने की कोशिश की है। क्षेत्रीय निदेशक संजय डी मिश्रा ने कहा है कि प्रभावित जिलों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए टीमें भेजी जा रही हैं। स्थानीय अस्पतालों में मरीजों के इलाज के लिए विशेष व्यवस्था की जा रही है और प्रभावित क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति की जांच की जा रही है।
हालांकि प्रशासन ने स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए प्रयास किए हैं, लेकिन मौतों की बढ़ती संख्या ने लोगों में भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। प्रशासन का कहना है कि वे स्थिति पर नजर रख रहे हैं और हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं ताकि बीमारी को रोका जा सके और लोगों की जान बचाई जा सके।
इन जिलों में जागरूकता की कमी भी एक बड़ी चुनौती है। लोग अभी भी साफ पानी का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं और स्वच्छता को लेकर भी जानकारी की कमी है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन इस दिशा में और अधिक प्रयासों की आवश्यकता है।
प्रशासन अब उन कारणों की जांच कर रहा है जिनकी वजह से यह प्रकोप इतना बढ़ गया। दूषित जल आपूर्ति, अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ और स्वच्छता की कमी जैसे कारकों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने और बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए अतिरिक्त संसाधन जुटाए जा रहे हैं।
डायरिया का यह प्रकोप मध्य प्रदेश के जबलपुर संभाग के लिए एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बन चुका है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के सामने चुनौती है कि इस बीमारी पर जल्द से जल्द काबू पाया जाए और लोगों की जान बचाई जाए। इस संकट से निपटने के लिए जन जागरूकता, बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं और स्वच्छता के उपायों पर ध्यान देना आवश्यक है।