अमेरिकी शॉर्ट सेलर फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च ने हाल ही में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं। हिंडनबर्ग का दावा है कि माधबी पुरी बुच और उनके पति की उन ऑफशोर कंपनियों में हिस्सेदारी रही है जो अदानी ग्रुप की वित्तीय अनियमितताओं से जुड़ी थीं। अपनी ताज़ा रिपोर्ट में, हिंडनबर्ग ने आरोप लगाया कि सेबी ने अदानी ग्रुप की संदिग्ध शेयर होल्डर कंपनियों पर कोई कार्रवाई नहीं की है। ये कंपनियां इंडिया इन्फोलाइन की ईएम रिसर्जेंट फंड और इंडिया फोकस फंड द्वारा संचालित होती हैं।
रिपोर्ट में क्या है?
हिंडनबर्ग ने दावा किया है कि सेबी में माधबी पुरी बुच की नियुक्ति से कुछ हफ्ते पहले उनके पति धवल बुच ने मॉरीशस के फंड एडमिनिस्ट्रेशन ट्रिडेंट ट्रस्ट को एक ईमेल भेजा था, जिसमें उनके और उनकी पत्नी के ग्लोबल डायनेमिक ऑपर्च्यूनिटीज फंड में निवेश का ज़िक्र था। रिपोर्ट में कहा गया है कि माधबी बुच के सेबी चेयरपर्सन बनने से पहले उनके पति ने अनुरोध किया था कि वह अब सारे अकाउंट्स को ऑपरेट करेंगे, जिसका मतलब यह है कि वह सेबी चेयरपर्सन बनने से पहले सभी एसेट्स को हटा देना चाहते थे।
माधबी पुरी बुच और उनके पति ने इन आरोपों को खारिज करते हुए एक ज्वाइंट स्टेटमेंट जारी किया, जिसमें कहा गया कि इन आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है और उनकी ज़िंदगी और वित्तीय लेन-देन पूरी तरह से पारदर्शी हैं।
क्या है हिंडनबर्ग रिसर्च?
हिंडनबर्ग रिसर्च अमेरिका की एक शॉर्ट सेलर रिसर्च कंपनी है। इस कंपनी का नाम ‘हिंडनबर्ग’ जर्मनी में 1937 में हुए एक विमान हादसे से प्रेरित है। उस समय जर्मनी में हिटलर का राज था और हिंडनबर्ग एयरशिप (LZ 129 Hindenburg) नामक एक बड़ा कॉमर्शियल विमान बनाया गया था, जो न्यू जर्सी के ऊपर उड़ान भरते समय आग का शिकार हो गया। इस हादसे में 35 लोगों की मौत हो गई थी।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने इसी हादसे से प्रेरित होकर अपना नाम रखा। कंपनी का दावा है कि वह शेयर बाजार में हो रही वित्तीय अनियमितताओं और गड़बड़ियों को उजागर करती है, जिससे निवेशकों को संभावित नुकसान से बचाया जा सके।
कौन हैं हिंडनबर्ग रिसर्च के संस्थापक?
हिंडनबर्ग रिसर्च की स्थापना नाथन एंडरसन ने 2017 में की थी। नाथन एंडरसन ने कनेक्टिकट यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की और अपने करियर की शुरुआत फैक्ट सेट रिसर्च सिस्टम नामक एक डाटा फर्म से की। बाद में उन्होंने इन्वेस्टमेंट मैनेजमेंट कंपनियों के साथ काम किया। वॉल स्ट्रीट को दिए गए एक इंटरव्यू में एंडरसन ने बताया कि नौकरी के दौरान उन्हें महसूस हुआ कि बहुत सारी कंपनियां सतही विश्लेषण कर रही थीं। इसी वजह से उन्होंने अपनी रिसर्च फर्म शुरू करने का फैसला किया।
नाथन एंडरसन, जो कभी इजराइल में एंबुलेंस ड्राइवर के रूप में काम कर चुके हैं, को 400 घंटे का मेडिक अनुभव भी है, जैसा कि उनकी लिंक्डइन प्रोफाइल से पता चलता है। एंडरसन अमेरिकी अकाउंटेंट हैरी मार्कोपोलोस को अपना आदर्श मानते हैं, जिन्होंने 2008 में अमेरिकी शेयर बाजार में पोंजी स्कीम्स का खुलासा कर तहलका मचा दिया था। इस पर आधारित Netflix की चर्चित वेब सीरीज “द मॉन्स्टर ऑफ वॉल स्ट्रीट” भी है।
हिंडनबर्ग रिसर्च की प्रक्रिया कई मानकों पर आधारित होती है। कंपनी की रिपोर्ट तैयार करने के लिए वे तीन मुख्य पहलुओं पर ध्यान देते हैं: निवेश के डेटा का विश्लेषण, जांच-पड़ताल के माध्यम से रिसर्च, और सूत्रों से प्राप्त गुप्त जानकारी का उपयोग। हिंडनबर्ग किसी कंपनी की जांच करते समय अकाउंटिंग में अनियमितताओं, प्रमुख पदों पर तैनात लोगों के बैकग्राउंड, अघोषित लेन-देन, और गैरकानूनी या अनैतिक व्यापारिक गतिविधियों को भी ध्यानपूर्वक जांचती है।