उज्जैन के महाकाल मंदिर के गर्भगृह में पंडे-पुजारियों के अलावा किसी भी व्यक्ति के प्रवेश पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके, उज्जैन के बीजेपी विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने अपने जन्मदिन के अवसर पर गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल की पूजा की। इस घटना का वीडियो और फोटो सामने आने के बाद कांग्रेस ने कड़ी आपत्ति जताई है। कांग्रेस विधायक महेश परमार ने मांग की है कि जैसे आम लोगों पर नियम तोड़ने के लिए कार्रवाई होती है, वैसे ही भाजपा विधायक के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।
गौरतलब है कि 10 अगस्त, शनिवार को उज्जैन उत्तर के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा का जन्मदिन था, जिसे उन्होंने महाकाल मंदिर में पूजा कर मनाया। उनके साथ भाजपा के सराफा मंडल अध्यक्ष अजय तिवारी भी गर्भगृह में पूजा करते नजर आए।
महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने 4 जुलाई 2023 से मंदिर के गर्भगृह में आम लोगों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था, और तय किया गया था कि केवल पंडे-पुजारी ही गर्भगृह में प्रवेश करेंगे। हालांकि, वीआईपी लोग इस नियम का पालन नहीं कर रहे हैं।
कांग्रेस विधायक महेश परमार ने कहा कि भाजपा नियम तोड़ने की परंपरा को बनाए हुए है। उन्होंने आरोप लगाया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के बावजूद भाजपा के लोग नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। परमार ने कहा कि अगर आम श्रद्धालु गलती से भी गर्भगृह की देहरी पर पहुंच जाते, तो उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाती। उन्होंने इस मुद्दे को कांग्रेस के 16 अगस्त को उज्जैन में प्रस्तावित हल्ला बोल आंदोलन का हिस्सा बनाने की भी बात कही।
मंदिर समिति के जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि वे घटना के समय ड्यूटी पर नहीं थे। मंदिर समिति के प्रशासक मृणाल मीना ने कहा कि उनका ट्रांसफर हो चुका है। सहायक प्रशासक प्रतीक द्विवेदी ने बताया कि वे उस समय ड्यूटी पर नहीं थे, और नागपंचमी के कारण थके होने के चलते वे मंदिर नहीं पहुंचे थे। अन्य सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल ने भी कहा कि वे नागपंचमी की ड्यूटी के बाद घर लौटे थे और विधायक के दर्शन के समय वहां मौजूद नहीं थे।