डेस्क: रविवार के दिन, जब अधिकांश लोग आराम कर रहे थे, कुमार रवि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उनके दौरा कार्यक्रम में व्यस्त थे। वे पटना में बाढ़ और जलजमाव की स्थिति का जायजा ले रहे थे। इस दौरान, कुमार रवि ने मुख्यमंत्री को विभिन्न स्थानों पर की गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण कराया। शाम को जब चार आईएएस अधिकारियों के तबादले की सूची जारी हुई, तो उसमें कुमार रवि का नाम भी शामिल था। उनका स्थानांतरण मुख्यमंत्री सचिवालय में किया गया है, और उनकी जगह आईएएस अधिकारी मयंक वरवड़े को पटना का नया कमिश्नर नियुक्त किया गया है। इससे पहले कुमार रवि पटना के डीएम भी रह चुके हैं। अब आइए जानते हैं आईएएस कुमार रवि के बारे में और उनके करियर की शुरुआत कैसे हुई।
नालंदा के मूल निवासी
कुमार रवि का जन्म बिहार के नालंदा जिले में हुआ था, और उनकी प्रारंभिक शिक्षा भी वहीं हुई। उन्होंने आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी की, और अपनी मेहनत के बल पर ऑल इंडिया रैंक 142 हासिल की। इसके बाद, उन्हें आईआईटी कानपुर में प्रवेश मिला, जहाँ से उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बी.टेक की डिग्री प्राप्त की।
प्राइवेट नौकरी और सिविल सेवा की तैयारी
बी.टेक करने के बाद, 2001 में कुमार रवि ने दिल्ली स्थित एक बहुराष्ट्रीय कंपनी में इंजीनियर के रूप में नौकरी शुरू की। लेकिन कुछ समय बाद, जनवरी 2002 तक, उन्हें प्राइवेट नौकरी में संतोष नहीं मिला और उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू कर दी। 2003 में, उन्होंने सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की और भारतीय राजस्व सेवा (IRS) में शामिल हुए। उन्होंने आयकर विभाग में सहायक आयुक्त के रूप में काम किया।आयकर विभाग में सेवा देने के बावजूद, कुमार रवि ने सिविल सेवा की तैयारी जारी रखी और आखिरकार 2005 में आईएएस में चयनित हो गए। बिहार कैडर में सहायक कलेक्टर के रूप में कार्यभार संभालने के बाद, उन्होंने 2008 में सुपौल जिले में बाढ़ के दौरान महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके नेतृत्व में राज्य सरकार की राहत और पुनर्वास योजनाओं को सफलतापूर्वक लागू किया गया। सुपौल में जिला अधिकारी रहते हुए उन्होंने कई चुनावों का भी सफल आयोजन किया।कुमार रवि ने दरभंगा और गया जिलों में भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारियाँ निभाईं।
दरभंगा में डीएम के रूप में उन्होंने कई सराहनीय कार्य किए, जबकि गया में हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में शांति व्यवस्था कायम की। जनवरी 2018 में, उन्हें पटना का डीएम नियुक्त किया गया, जहाँ उन्होंने अतिक्रमण मुक्त अभियान और यातायात व्यवस्था सुधारने में पहल की। हाल ही में, पटना के कमिश्नर के पद पर कार्यरत रहने के बाद, उनका तबादला मुख्यमंत्री सचिवालय में कर दिया गया है। 2020 में, आईआईटी कानपुर ने कुमार रवि को सत्येंद्र के. दुबे मेमोरियल अवार्ड से सम्मानित किया।