जयपुर। रविवार सुबह राजस्थान के 100 से अधिक अस्पतालों को बम से उड़ाने की धमकी देने वाले मेल ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया। मेल में लिखा गया था कि अस्पतालों में बम लगाए गए हैं और सभी लोग मारे जाएंगे। धमकी का केंद्र जयपुर के मोनिलेक और सीके बिरला अस्पताल सहित अन्य संस्थान थे। धमकी के बाद, पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। सुबह करीब साढ़े आठ बजे मोनिलेक हॉस्पिटल और सीके बिरला हॉस्पिटल में सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया। सर्च ऑपरेशन के दौरान, दोनों अस्पतालों में किसी भी संदिग्ध वस्तु की जानकारी नहीं मिली, जिससे प्रशासन ने राहत की सांस ली।
एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि सर्च के दौरान एटीएस और बम निरोधक दस्ता दोनों अस्पतालों में पहुंचे थे। मेल करने वाले के आईपी एड्रेस की जांच की जा रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सुराग नहीं मिला है। यह धमकी झूठी निकली, जैसा कि इससे पहले भी कई बार मेल द्वारा बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी, जो बाद में गलत साबित हुई। पिछले तीन महीनों में इसी तरह की धमकियाँ स्कूलों और एयरपोर्ट्स को भी भेजी जा चुकी हैं, जिनकी सभी पुष्टि झूठी निकली है।
साइबर एक्सपर्ट्स के अनुसार, इस प्रकार की धमकियों में अक्सर डार्कनेट और प्रॉक्सी सर्वर का दुरुपयोग किया जाता है। वीपीएन का उपयोग कर आरोपी अपनी असली लोकेशन छिपाते हैं, जिससे जांच को जटिल बना दिया जाता है। सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की धमकियों को गंभीरता से लेना चाहिए और इसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। हालांकि, वर्तमान में इस धमकी को एक और झूठा मामला मानते हुए कार्रवाई की जा रही है।
इस घटना ने पुनः यह स्पष्ट कर दिया है कि भले ही धमकी झूठी हो, लेकिन सुरक्षा एजेंसियों को हमेशा सतर्क और तैयार रहना चाहिए ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटा जा सके।