भोपाल: मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की भर्ती को लेकर नई चुनौतियां सामने आई हैं। हाल ही में 360 चयनित उम्मीदवारों ने जॉइन नहीं किया, जिसके बाद अब 3353 अतिरिक्त पद भरने की प्रक्रिया शुरू की गई है। उपमुख्यमंत्री और लोक स्वास्थ्य मंत्री राजेंद्र शुक्ला ने इस स्थिति को गंभीरता से लिया है और अधिकारियों को शीघ्र रिक्त पदों को भरने के निर्देश दिए हैं।
भर्ती प्रक्रिया में निराशाजनक परिणाम
स्वास्थ्य विभाग की भर्ती प्रक्रिया लगातार चुनौतीपूर्ण रही है। पिछले साल 15 अलग-अलग पदों के लिए भर्ती की गई थी, जिसमें 1607 उम्मीदवार सफल हुए थे। हालांकि, इनमें से 360 ने नौकरी जॉइन नहीं की, जिसके चलते 230 वेटिंग लिस्ट के उम्मीदवारों को नियुक्त किया गया। वर्तमान में 3353 डॉक्टरों के पदों के लिए नई भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है।
विभागीय समीक्षा और नए निर्देश
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की और भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा की। उन्होंने विभागीय मैनपावर की उपलब्धता की भी जांच की और निर्देश दिए कि रिक्त पदों को जल्द से जल्द भरा जाए।
स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग में विशेषज्ञ डॉक्टरों की भर्ती के लिए 1085 पहले श्रेणी के पदों और 895 चिकित्सा अधिकारियों के पदों के लिए लोक सेवा आयोग द्वारा विज्ञापन जारी किया गया है। कुल मिलाकर 1373 द्वितीय श्रेणी के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया जारी है।
भविष्य की योजनाएं
उपमुख्यमंत्री शुक्ला ने मंत्रालय वल्लभ भवन में भर्ती प्रक्रिया की समीक्षा की और आवश्यक कदम उठाने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने जल्द से जल्द रिक्त पदों को भरने की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार लाया जा सके और चिकित्सा विभाग की कार्यक्षमता बढ़ाई जा सके।