भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस पार्टी ने आज भोपाल में प्रवर्तन निदेशालय (ED) के ऑफिस के सामने धरना देने और ज्ञापन सौंपने की योजना बनाई है। कांग्रेस कार्यकर्ता व्यापमं चौराहे पर एकत्र होंगे और पैदल मार्च करते हुए अरेरा हिल्स स्थित ईडी कार्यालय तक जाएंगे। इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) द्वारा अडानी औद्योगिक समूह के खिलाफ की जा रही अनियमितताओं को उजागर करना है।
प्रदर्शन में प्रमुख नेताओं की भागीदारी
इस धरने में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) के महासचिव और मध्य प्रदेश कांग्रेस प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, और मध्य प्रदेश के नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार समेत कई प्रमुख कांग्रेस नेता शामिल होंगे।
विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण
कांग्रेस पार्टी का यह विरोध प्रदर्शन अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अडानी औद्योगिक समूह पर लगाए गए गंभीर आरोपों को लेकर है। हिंडनबर्ग ने अपनी हालिया रिपोर्ट में दावा किया है कि SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच और उनके पति धवल बुच की अडानी समूह के विदेशी फंड्स में हिस्सेदारी है। इस रिपोर्ट के अनुसार, यह फंड्स अडानी समूह द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
अडानी समूह और SEBI का बचाव
अडानी समूह ने हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को खारिज किया है और आरोपों को दुर्भावनापूर्ण, भ्रामक और जानबूझकर तोड़ा-मरोड़ा गया बताया है। अडानी समूह ने यह भी स्पष्ट किया है कि SEBI प्रमुख माधबी पुरी बुच या उनके पति धवल बुच के साथ उनका कोई व्यावसायिक रिश्ता नहीं है। SEBI प्रमुख और उनके पति ने भी आरोपों को बेबुनियाद और सच से परे बताया है।
कांग्रेस की मांग
कांग्रेस पार्टी इस मामले में केंद्र सरकार और प्रवर्तन निदेशालय से उचित जांच और कार्रवाई की मांग कर रही है। उनका कहना है कि इस प्रकार की अनियमितताओं की गहराई से जांच होनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने चाहिए। इसके साथ ही पार्टी का कहना है कि यह प्रदर्शन केवल अडानी समूह के खिलाफ नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की पारदर्शिता और न्याय की मांग के लिए है।