मुरैना। जिले के मटियापुरा पोरसा के शासकीय प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीनारायण का पुरा मजरा में एक गंभीर मामला सामने आया है, जिसमें सरकारी स्कूलों के बच्चों के लिए निःशुल्क वितरण के लिए दी गई किताबें भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई हैं। प्रधानाध्यापक शिवनारायण शर्मा ने सरकारी किताबों को कबाड़ी को बेच दिया, जिससे शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। अपने पड़ोसी कबाड़ी मुकुट सिंह को सरकारी किताबें महज 2200रुपए में बेच दीं। जब इन किताबों को कबाड़ी के परिसर में बाहर रखा गया देखा गया, तो स्थानीय लोगों ने शिक्षा विभाग को सूचित किया।
इसके बाद बीईओ, सीएसी और पुस्तक प्रभारी मौके पर पहुंचे और कबाड़ी से किताबें जब्त कीं। जब्त की गई किताबों का कुल वजन 55 किलो था। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने इस मामले को गंभीरता से लिया और दोषी प्रधानाध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। यह घटना सरकारी योजनाओं की व्यापक असफलता को उजागर करती है और यह दर्शाती है कि कैसे निःशुल्क वितरित की गई किताबें भ्रष्टाचार का शिकार हो सकती हैं।
शिक्षा विभाग ने मामले की गंभीरता को स्वीकार करते हुए आश्वासन दिया है कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभागीय अधिकारी इस घटना की पूरी जांच करेंगे और सुनिश्चित करेंगे कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न घटे। यह घटना शिक्षा विभाग के लिए एक महत्वपूर्ण चेतावनी है कि उन्हें अपने वितरण तंत्र की निगरानी को और सख्त करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएँ न हों और निःशुल्क शिक्षा की योजनाओं का वास्तविक लाभ बच्चों को मिल सके।