भोपाल के न्यू मार्केट को शहर की पहचान बनाने के लिए रीडिजाइन किया जाएगा, जिससे यह जयपुर जैसे प्रमुख शहरों के बाजारों की तरह विकसित हो सके। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने बैठक में निम्नलिखित प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया:
– अतिक्रमण हटाना: बाजार से सभी अतिक्रमण लोगों के सहयोग से हटाए जाएंगे।
– पार्किंग व्यवस्था: व्यवस्थित पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी, जिसमें महिलाओं के लिए विशेष रूप से ‘पिंक पार्किंग’ आरक्षित होगी।
– बाजार का रंगरूप: पूरे बाजार को एक ही रंग में रंगा जाएगा ताकि उसे एकसमान और आकर्षक लुक मिले।
– नो-व्हीकल और नो-हॉकर्स जोन: बाजार को पूर्णतया नो-व्हीकल और नो-हॉकर्स जोन बनाया जाएगा ताकि लोगों को आराम से घूमने की सुविधा मिल सके।
– भिखारियों का विस्थापन: बाजार क्षेत्र से भिखारियों को विस्थापित किया जाएगा।
– सड़क सुधार: अंदरूनी सड़कों को सुधारकर बेहतर बनाया जाएगा।
– व्यापारियों के लिए गाइडलाइन: सभी व्यापारियों के लिए बाजार संचालन से संबंधित गाइडलाइन्स तैयार की जाएंगी।
– दुकानों की लीज अवधि बढ़ाना: व्यापारियों ने दुकानों की लीज अवधि को 3 साल से बढ़ाकर 25-30 साल करने की मांग की है ताकि उन्हें लंबी अवधि के लिए स्थिरता मिल सके।
इन सभी प्रयासों का उद्देश्य न्यू मार्केट को भोपाल का सबसे खूबसूरत और सुव्यवस्थित बाजार बनाना है, जहां खरीदारी का अनुभव सहज और आनंददायक हो।