भोपाल: मध्यप्रदेश के गुना जिले में पदस्थ तहसीलदार अमिता सिंह द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए एक विवादास्पद पोस्ट के कारण राज्य की राजनीति में हड़कंप मच गया है। अमिता सिंह ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा के खिलाफ एक आपत्तिजनक पोस्ट की थी, जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी के लंदन में शराब पीने का दावा किया और उनके परिवार पर तीखे आरोप लगाए।
अमिता सिंह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में प्रियंका गांधी वाड्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह लंदन में कैमरे के सामने आते ही मुंह छिपाकर शराब पी रही हैं। साथ ही उन्होंने गांधी परिवार पर भी व्यक्तिगत और धार्मिक टिप्पणियां कीं। हालांकि, पोस्ट को कुछ देर बाद डिलीट कर दिया गया।
इस पोस्ट के बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में विवाद शुरू हो गया है। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव ने इस पोस्ट को सिविल सेवा आचरण के उल्लंघन के रूप में देखा और मुख्यमंत्री से अमिता सिंह के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। वहीं, बीजेपी ने कांग्रेस पर महिलाओं के खिलाफ राजनीति करने का आरोप लगाया है।
विवाद बढ़ने के बाद अमिता सिंह ने कहा कि उनकी फेसबुक आईडी हैक हो गई थी और किसी ने उनकी क्लोन आईडी से यह पोस्ट की थी। उन्होंने साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराने की बात कही।
इस मामले ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच राजनीतिक ध्रुवीकरण को और बढ़ा दिया है। जहां कांग्रेस सिविल सेवा नियमों के उल्लंघन की बात कह रही है, वहीं बीजेपी इसे एक राजनीतिक साजिश के रूप में देख रही है।
यह मामला न केवल राजनीतिक बयानबाजी का विषय बना हुआ है, बल्कि सरकारी अधिकारियों के सोशल मीडिया के उपयोग को लेकर भी सवाल खड़े कर रहा है।
तहसीलदार अमिता सिंह, जो वर्तमान में मध्यप्रदेश के गुना जिले में पदस्थ हैं, पहले भी अपने विवादित सोशल मीडिया पोस्ट्स के कारण सुर्खियों में रह चुकी हैं। अमिता सिंह का सोशल मीडिया पर 11 हजार से अधिक फॉलोवर बेस है, और वह अक्सर अपने विवादास्पद विचारों को साझा करती हैं, जो कई बार चर्चा और विवाद का विषय बन जाते हैं।
अमिता सिंह की कुछ पोस्ट्स:
1. वक्फ बोर्ड पर टिप्पणी: अमिता सिंह ने एक पोस्ट में वक्फ बोर्ड की तुलना पाकिस्तान से की, जिसमें उन्होंने कहा कि “एक पाकिस्तान बाहर बनाया है और एक पाकिस्तान भारत के गर्भ में पल रहा है।” उन्होंने हिंदुओं को जागरूक होने की सलाह दी।
2. कोलकाता रेप और मर्डर कांड: इस मामले पर टिप्पणी करते हुए अमिता सिंह ने ममता बनर्जी के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का उपयोग किया और आरोप लगाया कि साक्ष्यों को मिटाने के बाद ही CBI को जांच सौंपी गई।
3. नीट पेपर लीक: इस मामले में उन्होंने अभिभावकों को दोषी ठहराते हुए कहा कि जो अपने अयोग्य बच्चों को पैसे के दम पर पास कराना चाहते हैं, वे होनहार छात्रों का हक मार रहे हैं। उन्होंने ऐसे अभिभावकों के सामाजिक बहिष्कार की मांग की और दोषी अधिकारियों-कर्मचारियों को आजीवन कारावास की सजा देने का सुझाव दिया।
अमिता सिंह के बारे में
2011 में, अमिता सिंह टीवी शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ में 50 लाख रुपए जीतने के बाद चर्चा में आई थीं। इसी साल, श्योपुर में पदस्थ किए जाने के दौरान तहसीलदार का प्रभार न मिलने से नाराज होकर उन्होंने कलेक्टर को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
अमिता सिंह के ये पोस्ट और उनके बयानों से यह स्पष्ट होता है कि वह अपने विचारों को बेबाकी से साझा करने के लिए जानी जाती हैं, जो कभी-कभी विवादों का कारण बन जाते हैं। हालिया पोस्ट को लेकर मचा बवाल इस बात का ताजा उदाहरण है।