मध्यप्रदेश सरकार ने राशन वितरण प्रणाली में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब राज्य के पात्र परिवारों को जिस माह की राशन सामग्री दी जाएगी, वह उसी माह में प्राप्त होगी। यह नई व्यवस्था “केरी फॉरवर्ड” की प्रक्रिया को समाप्त कर देगी, जिससे अब राशन सामग्री अगले माह के लिए आगे नहीं बढ़ाई जाएगी।
1 करोड़ 17 लाख से अधिक परिवारों को मिला अगस्त का राशन
अगस्त 2023 में, राज्य के 1 करोड़ 17 लाख 53 हजार पात्र परिवारों को राशन सामग्री वितरित की गई है। इस प्रक्रिया को और अधिक सुव्यवस्थित बनाने के लिए, सरकार ने प्रत्येक माह की 1 से 31 तारीख तक राशन वितरण की समय सीमा निर्धारित की है। इससे राशन वितरण में देरी की संभावना कम हो जाएगी और लोगों को समय पर उनकी जरूरत की सामग्री मिलेगी।
वन नेशन-वन राशन कार्ड’ योजना से लाखों परिवारों को लाभ
अगस्त महीने में ‘वन नेशन-वन राशन कार्ड’ योजना के तहत मध्यप्रदेश में अन्य राज्यों से आए 3644 परिवारों ने और अन्य राज्यों में प्रदेश के 34 हजार 667 परिवारों ने राशन प्राप्त किया। इसके अलावा, अन्तर्जिला पोर्टेबिलिटी के माध्यम से 14 लाख 38 हजार 630 परिवारों ने भी राशन प्राप्त किया। यह योजना लोगों को किसी भी राज्य में राशन प्राप्त करने की सुविधा देती है, जिससे लाखों परिवारों को लाभ हो रहा है।
मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना के तहत अगस्त महीने के लिए प्रदेश के 252 प्रदाय केंद्रों से 1.12 लाख एमटी गेहूं, 1.69 लाख एमटी चावल, 0.10 लाख एमटी नमक, और 0.12 लाख एमटी शक्कर का परिवहन कराया गया। यह राशन सामग्री 27,826 उचित मूल्य दुकानों तक पहुँचाई गई, जिससे समय पर राशन वितरण सुनिश्चित हो सके।
राशन वितरण की सख्त मॉनीटरिंग
उचित मूल्य दुकानों पर राशन सामग्री की उपलब्धता और वितरण की मॉनीटरिंग राज्य स्तर से सप्ताह में दो बार वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से की गई। इससे राशन वितरण की पारदर्शिता और समयबद्धता में सुधार हुआ है, जिससे पात्र परिवारों को लाभान्वित करने का उद्देश्य सफल हुआ है।
मध्यप्रदेश सरकार की यह नई व्यवस्था राज्य के लाखों परिवारों के लिए राहत का सबब बनेगी, क्योंकि अब उन्हें अपनी जरूरत की राशन सामग्री समय पर और सही मात्रा में मिल सकेगी।