भोपाल: अखिल भारतीय कांग्रेस समिति (एआईसीसी) जल्द ही नए राष्ट्रीय महासचिवों की नियुक्ति करने जा रही है, जिसमें मध्यप्रदेश के दो-तीन नेताओं को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। प्रदेश के वरिष्ठ नेताओं अरुण यादव, मीनाक्षी नटराजन, और अन्य को अब तक कोई भूमिका नहीं दी गई है, लेकिन उन्हें अब इस अवसर पर महासचिव पद की जिम्मेदारी दी जा सकती है।
अरुण यादव, जो पहले राष्ट्रीय सचिव रह चुके हैं, और मीनाक्षी नटराजन, जो वर्तमान में राजीव गांधी पंचायतीराज संगठन की अध्यक्ष हैं, को संभावित तौर पर महासचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। इसी तरह, मध्यप्रदेश के प्रभारी जितेंद्र सिंह को भी नई जिम्मेदारी मिल सकती है।
इसके अलावा, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की हालिया मुलाकात कांग्रेस नेता राहुल गांधी से हुई थी। इस मुलाकात के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि कमलनाथ को भी पार्टी में बड़ी भूमिका दी जा सकती है, उनके अनुभव को ध्यान में रखते हुए उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर कोई अहम जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है।
कांग्रेस के संगठनात्मक ढांचे को मजबूत करने के लिए राष्ट्रीय से लेकर प्रदेश स्तर तक कई बदलाव किए जा रहे हैं। हाल ही में राज्य के पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल और कुणाल चौधरी को पार्टी का सचिव और संयुक्त सचिव बनाया गया था। अब महासचिव स्तर पर बदलाव की संभावना है, जिसमें मध्यप्रदेश के नेताओं को प्रमुख जिम्मेदारी दी जा सकती है। प्रदेश कांग्रेस की कार्यकारिणी का गठन भी जल्द होने की उम्मीद है।