रतलाम में शनिवार रात गणेश प्रतिमा के जुलूस के दौरान पथराव की घटना के बाद 500 से ज्यादा लोगों ने स्टेशन रोड थाने का घेराव कर दिया। आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए लोगों ने रोड पर जाम लगा दिया। हिंदू संगठनों की मांग पर पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। यह घटना मोचीपुरा इलाके में हुई।
एसपी राहुल कुमार लोढ़ा मौके पर पुलिस बल के साथ जांच के लिए पहुंचे, लेकिन उनके पीछे भीड़ भी पहुंच गई। जब एसपी ने लोगों को शांत करने की कोशिश की, तभी पथराव शुरू हो गया, जिससे पुलिस की गाड़ी का कांच टूट गया।
स्थिति बिगड़ने पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को तितर-बितर किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। रात करीब साढ़े आठ बजे शुरू हुआ प्रदर्शन आधी रात तक चला। फिलहाल, पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है। शहर में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, और जावरा से भी सुरक्षा बल बुलाए गए हैं।
घटना की शुरुआत तब हुई जब अंधेरे में एक अज्ञात व्यक्ति ने गणेश प्रतिमा पर पत्थर फेंका। लखन रजवानिया नामक व्यक्ति ने एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया कि गणेश प्रतिमा के जुलूस के दौरान हाथीखाना रोड पर अज्ञात व्यक्ति ने पत्थर फेंका, जो मूर्ति के पास से होकर निकला। इस घटना से जुलूस में शामिल लोग आक्रोशित हो गए और थाने का घेराव कर दिया।
पुलिस सीसीटीवी फुटेज की जांच कर रही है, ताकि दोषियों का पता लगाया जा सके। सीएसपी अभिनव बारंगे ने कहा कि जुलूस में शामिल लोगों का आरोप है कि उन पर पत्थर फेंके गए, जिसकी पुष्टि के लिए सीसीटीवी कंट्रोल रूम में फुटेज खंगाले जा रहे हैं। फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है।
विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री गौरव शर्मा ने आरोप लगाया कि कुछ कट्टरपंथियों ने यह पथराव किया। उन्होंने कहा कि पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है, लेकिन सवाल यह है कि पत्थर फेंकने वाला आखिर कौन था।