भोपाल: मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व वाली सरकार के नौ महीने पूरे हो गए हैं। इस मौके पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने सरकार से नौ अहम सवाल पूछते हुए सीएम को एक पत्र लिखा है। पत्र में पटवारी ने सरकार के वादों और उनकी हकीकत पर सवाल उठाए हैं, जिसमें उन्होंने जनता की उम्मीदों और सरकार के प्रदर्शन पर निराशा जाहिर की है।
पटवारी ने अपने पत्र में कहा कि प्रदेश की जनता ने भाजपा के 20 साल के शासन के बाद सरकार से बड़े बदलाव की उम्मीद की थी, लेकिन नौ महीनों के बाद भी ज़मीनी हकीकत बेहद निराशाजनक है। उन्होंने लिखा कि चुनाव पूर्व भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में कई बड़े वादे किए थे, जिसे ‘मोदी की गारंटी, भाजपा का भरोसा’ कहा गया था। परंतु इन वादों का क्रियान्वयन अब तक होता नजर नहीं आ रहा है।
वादों की याद दिलाई
पटवारी ने 2023 विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा के घोषणापत्र की प्रमुख गारंटियों का हवाला दिया, जिनमें शामिल हैं:
– किसानों को ₹2700 प्रति क्विंटल गेहूं और ₹3100 प्रति क्विंटल धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य
– किसान सम्मान निधि और किसान कल्याण निधि के तहत सालाना ₹12,000
– हर बेघर को मुख्यमंत्री जन आवास योजना के तहत घर
– लाड़ली बहनों को पक्का मकान
– प्रत्येक परिवार में एक व्यक्ति को रोज़गार
– उज्ज्वला और लाड़ली बहनों को ₹450 में गैस सिलेंडर
– जनजातीय समुदाय के सशक्तिकरण के लिए ₹3 लाख करोड़ का पैकेज
– तेंदूपत्ता संग्रहण दर को ₹4,000 प्रति बोरा करना
– IIT और AIIMS की तर्ज पर मध्य प्रदेश इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और मेडिकल साइंसेज की स्थापना
– 13 सांस्कृतिक स्थलों का भव्य निर्माण
– ₹20,000 करोड़ की लागत से अस्पतालों का विकास और बेड क्षमता में विस्तार
सरकार का गर्भकाल समाप्त, वादों का इंतजार
पटवारी ने सरकार पर तंज कसते हुए लिखा कि आपकी सरकार का ‘गर्भकाल’ समाप्त हो चुका है, पर अब तक जनता से किए गए एक भी वादे पूरे नहीं हुए हैं। उन्होंने सीएम से अपील की कि प्रदेश की जनता के विश्वास को बनाए रखने के लिए इन वादों को जल्द पूरा करने की ठोस कार्ययोजना पेश की जाए।
पटवारी ने कहा कि जनता अब सरकार के ठोस कार्यान्वयन की प्रतीक्षा कर रही है और उम्मीद करती है कि किए गए वादों को जल्द पूरा किया जाएगा।