सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत को मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के नए चीफ जस्टिस के रूप में नियुक्त करने की अनुशंसा की है। कैत अपने निष्पक्ष और न्यायप्रिय दृष्टिकोण के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने न्यायिक क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं। इससे पहले, सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 11 जुलाई को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट के जस्टिस जीएस संधावालिया को MP हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस बनाने की अनुशंसा की थी, लेकिन अब इस निर्णय को संशोधित करते हुए जस्टिस कैत का नाम इस पद के लिए सुझाया गया है।
कौन हैं जस्टिस सुरेश कुमार कैत?
सुरेश कुमार कैत दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ न्यायाधीश हैं, जिन्होंने न्याय के क्षेत्र में अपने निष्पक्ष फैसलों और न्यायिक स्वतंत्रता के प्रति समर्पण के लिए एक विशिष्ट पहचान बनाई है। कैत ने कानून के विभिन्न क्षेत्रों में कई महत्वपूर्ण मामलों की सुनवाई की है और अपनी न्यायिक विशेषज्ञता से समाज को न्याय दिलाने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने भारत में ही अपनी प्रारंभिक शिक्षा पूरी की और कानून की पढ़ाई के बाद वकालत शुरू की। उनके काम और योग्यता के चलते न्यायिक प्रणाली में उनका स्थान सम्मानजनक रहा है।
जस्टिस कैत के चर्चित मामले
1. जामिया हिंसा केस:
जस्टिस सुरेश कुमार कैत ने जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय में हुई हिंसा के मामलों की सुनवाई की और इस पर कई महत्वपूर्ण आदेश जारी किए।
2. CAA विरोध प्रदर्शन मामले:
जस्टिस कैत ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों से संबंधित मामलों की सुनवाई की थी। उन्होंने इस दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा पर जोर दिया।
3. जनहित याचिकाएं (PIL):
कैत ने कई महत्वपूर्ण जनहित याचिकाओं पर सुनवाई की, जिसमें उन्होंने सार्वजनिक अधिकारों और हितों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दिया।
जस्टिस सुरेश कुमार कैत की नियुक्ति से मध्य प्रदेश हाईकोर्ट को एक अनुभवी और न्यायप्रिय न्यायाधीश मिलेगा, जो निष्पक्षता और कानून के प्रति अपने कर्तव्य को हमेशा प्राथमिकता देते हैं।