नागदा: नागदा में नवरात्रि के दौरान माताजी के विसर्जन के मौके पर एक विवाद ने तूल पकड़ लिया है, जिसमें कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत के पोते विशाल गहलोत पर एक महिला एएसआई से हाथापाई करने का आरोप लगा है। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, लेकिन पुलिस द्वारा कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है, जिससे प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
घटना शनिवार की है, जब नागदा में माता जी की प्रतिमाओं का विसर्जन चंबल नदी में किया जाना था। चंबल नदी में बढ़ते पानी के कारण पुलिस ने सुरक्षा के मद्देनजर ज्यादा भीड़ को नदी के पास जाने से रोका था। दोपहर करीब दो-तीन बजे कर्नाटक के राज्यपाल के पोते और पूर्व विधायक जितेंद्र गहलोत के बेटे विशाल गहलोत अपने साथियों के साथ प्रतिमा विसर्जन के लिए पहुंचे।
जब विशाल और उनके साथी भीड़ के साथ नदी के पास जा रहे थे, तभी महिला एएसआई पूजा राठौर ने उन्हें रोकने की कोशिश की। इसके बाद विशाल गहलोत पुलिस के साथ बहस करने लगे और स्थिति इतनी बिगड़ गई कि उन्होंने महिला एएसआई से हाथापाई कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, जब पुलिस कर्मियों ने इस घटना का वीडियो बनाना शुरू किया तो विशाल और उसके साथियों ने धमकाते हुए मोबाइल फोन छीनने की भी कोशिश की।
प्रशासनिक दबाव और कार्रवाई का अभाव
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो चुका है, जिसमें विशाल गहलोत पुलिसकर्मियों को रिकार्डिंग बंद करने के लिए धमकाते और मोबाइल फोन छीनने की कोशिश करते हुए नजर आ रहे हैं। इसके बावजूद, पुलिस ने किसी के खिलाफ कोई शिकायत दर्ज नहीं की। एएसपी नीतेश भार्गव ने घटना को मामूली बताते हुए कहा कि नदी पर केवल पांच लोगों को जाने की अनुमति थी और कुछ लोग ज्यादा संख्या में जा रहे थे, जिन्हें रोका गया था। उनके अनुसार, इस घटना में कोई गंभीर बात नहीं थी, इसलिए किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है।
राजनेताओं के बढ़ते विवाद
यह पहली बार नहीं है जब राजनेताओं से जुड़े किसी व्यक्ति का पुलिस के साथ विवाद हुआ है। हाल ही में राघोगढ़ में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के भतीजे आदित्य विक्रम सिंह का भी पुलिस से विवाद हुआ था, जिसमें उन्होंने महिला एसडीओपी को धमकी दी थी। इसके अलावा, मंत्री प्रहलाद पटेल के बेटे प्रबल पटेल का भी एक दुर्घटना को लेकर पुलिस के साथ विवाद हुआ था। इन घटनाओं के चलते यह मामला एक बार फिर से चर्चा में आ गया है, जहां नागदा की घटना ने प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
जनता का आक्रोश और न्याय की मांग
इस घटना के बाद, लोगों में आक्रोश है और सोशल मीडिया पर व्यापक स्तर पर इस घटना की निंदा हो रही है। लोग पुलिस प्रशासन की निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं और मांग कर रहे हैं कि आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।