भोपाल: सड़क और पुल निर्माण में उभरती नई तकनीकों और प्रवृत्तियों पर केंद्रित दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया जा रहा है। इसका शुभारंभ शनिवार को रवींद्र भवन के हंसध्वनि सभागार में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किया। इस सेमिनार में देशभर के विशेषज्ञ नई निर्माण तकनीकों, सामग्रियों, और ईपीसी (इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन) अनुबंधों से जुड़ी चुनौतियों पर अपने अनुभव साझा करेंगे।
कार्यक्रम का आयोजन भारतीय सड़क कांग्रेस (आईआरसी) और मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के सहयोग से हो रहा है। उद्घाटन सत्र में प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह समेत कई विशिष्ट व्यक्ति उपस्थित रहे।
मुख्य चर्चाएं
सेमिनार के पहले दिन, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत नई तकनीकों का इस्तेमाल, पुल निर्माण में आधुनिक मशीनरी का उपयोग और सड़क निर्माण में नई सामग्रियों के महत्व पर चर्चा होगी। सड़क सुरक्षा, परियोजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए आईटी तकनीकों का इस्तेमाल और सीमांत सामग्रियों के उपयोग पर भी विचार-विमर्श किया जाएगा।
ईपीसी अनुबंधों पर फोकस
सेमिनार के दूसरे दिन, 20 अक्टूबर को, ईपीसी अनुबंधों की संरचना, शेड्यूलिंग, और ठेकेदारों और सहायक अभियंताओं की भूमिकाओं पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। अनुबंधों से जुड़े विवादों और चुनौतियों के समाधान पर भी विचार किया जाएगा। समापन सत्र में विशेषज्ञ पैनल सड़क और पुल निर्माण में नई तकनीकों के उपयोग पर अपने विचार रखेंगे।
सेमिनार का उद्देश्य
इस सेमिनार का मुख्य उद्देश्य प्रदेश में सड़क और पुल निर्माण की गुणवत्ता में सुधार और नवीनतम तकनीकों के उपयोग से टिकाऊ और समयबद्ध अधोसंरचना का विकास सुनिश्चित करना है। सरकारी और निजी क्षेत्र के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाकर, अनुभवों और नवाचारों का आदान-प्रदान किया जाएगा, जिससे राज्य की अवसंरचना परियोजनाओं को एक नई दिशा और मजबूती मिलेगी।
कार्यक्रम से पहले, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि इस सेमिनार से मध्य प्रदेश के अवसंरचना विकास को नई ऊर्जा मिलेगी और यह आयोजन राज्य की निर्माण परियोजनाओं को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मददगार साबित होगा।