नई दिल्ली। उम्र बढ़ने के साथ चेहरे पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स दिखाई देने लगती हैं, जो उम्र का एहसास कराती हैं। ये आपके अनुभवों की निशानी होती हैं, लेकिन अगर ये झुर्रियां और फाइन लाइन्स कम उम्र में ही दिखने लगें (Premature Ageing), तो यह आत्मविश्वास में कमी और स्किन को नुकसान पहुंचा सकता है। आजकल की तेज़-रफ्तार जिंदगी में लोग अपने खान-पान और जीवनशैली पर ध्यान नहीं दे पाते, जिससे प्रीमेच्योर एजिंग का खतरा बढ़ जाता है।
अभी के दौर में फास्ट फूड और जंक फूड का चलन काफी बढ़ गया है। ये अनहेल्दी फूड्स त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे व्यक्ति कम उम्र में ही बूढ़ा दिखने लगता है। अगर आप भी इस समस्या से जूझ रहे हैं, तो अपनी खान-पान की कुछ आदतों को बदलकर इस स्थिति से बच सकते हैं। आइए जानते हैं वो कौन सी गलत खान-पान की आदतें हैं जो प्रीमेच्योर एजिंग का कारण बनती हैं।
खान-पान की आदतें जो कर सकती हैं समय से पहले बूढ़ा
1. अल्कोहलिक ड्रिंक्स: शराब शरीर को डिहाइड्रेट करती है और इसके अत्यधिक सेवन से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित होता है। इससे त्वचा पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स जैसी उम्र बढ़ने के संकेत जल्दी दिखने लगते हैं।
2. हाई सोडियम फूड्स: चिप्स, सूप, बेक्ड आइटम्स, और जमे हुए फूड्स में ज्यादा सोडियम होता है, जिससे शरीर में पानी जमा हो सकता है और त्वचा में सूजन या फूलापन आ सकता है, जो एजिंग के संकेतों को बढ़ाता है।
3. सफेद चीनी: अधिक मात्रा में सफेद चीनी के सेवन से ब्लड शुगर लेवल बढ़ने के साथ सूजन और कोलेजन से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न होती हैं, जिससे त्वचा पर झुर्रियां और फाइन लाइन्स आने लगती हैं।
4. प्रोसेस्ड मीट:अधिक प्रोसेस्ड मीट खाने से त्वचा की नमी खत्म हो जाती है, जिससे चेहरा ड्राई और बेजान दिखने लगता है, और एक्ने व झुर्रियों की समस्या हो सकती है।
5. पैकेज्ड फूड्स:चिप्स, बिस्किट जैसे पैकेज्ड फूड्स में प्रिजर्वेटिव्स और रिफाइंड सामग्री होती हैं, जिनके ज्यादा सेवन से ऑक्सीडेटिव डैमेज होता है, जो उम्र बढ़ने का एक प्रमुख कारण बनता है।
इन आदतों में सुधार लाकर आप प्रीमेच्योर एजिंग से बच सकते हैं और अपनी त्वचा को स्वस्थ रख सकते हैं।