। पांच सूत्री मांगों को लेकर गुरुवार को छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा से जुड़े शिक्षकों ने हड़ताल की, लेकिन इसका व्यापक असर स्कूलों में नहीं दिखा। हालांकि, कुछ स्कूलों में जहां नियमित शिक्षक नहीं थे, वहां आंशिक रूप से हड़ताल का प्रभाव देखा गया।
इस आंदोलन में केवल चार संगठनों के शिक्षक शामिल हुए, जबकि 16 अन्य संगठनों के शिक्षक स्कूलों में उपस्थित रहे और अपनी ड्यूटी निभाई। जिला मुख्यालय के सभी स्कूल सामान्य रूप से खुले रहे, बच्चों की पढ़ाई नियमित हुई और मध्याह्न भोजन भी दिया गया। अकलतरा ब्लॉक के शैक्षिक समन्वयक हड़ताल में भाग न लेकर गिरदावरी प्रशिक्षण में शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा द्वारा गुरुवार को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किया गया, लेकिन शिक्षकों के विभिन्न संगठनों में विभाजित होने के कारण आंदोलन को अपेक्षित सफलता नहीं मिल सकी। अधिकांश स्कूल रोज की तरह खुले रहे। विद्यार्थी भी पहुंचे, पढ़ाई हुई और मध्याह्न भोजन भी दिया गया।
जिला मुख्यालय जांजगीर के नवीन कन्या माध्यमिक शाला, शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला सदर जांजगीर, नवीन बालक पूर्व माध्यमिक शाला और डाटट परिसर में संचालित शासकीय प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक शाला भी सामान्य रूप से खुले रहे। हड़ताल में शामिल शिक्षकों की अनुपस्थिति के कारण, इन स्कूलों में अन्य नियमित शिक्षकों और बीएड प्रशिक्षार्थियों ने व्यवस्थाएं संभाल लीं।
जहां नियमित शिक्षक उपस्थित थे, वहां पढ़ाई के बाद बच्चों को मध्याह्न भोजन के बाद छुट्टी दे दी गई। हालांकि, ऐसे स्कूलों में सभी विषयों की पढ़ाई संभव नहीं हो पाई।