भोपाल। निशातपुरा रेल कोच फैक्ट्री के समीप पश्चिम मध्य रेलवे का पहला मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर निर्माणाधीन है। इसमें वंदे भारत ट्रेनों के संचालन और रखरखाव के लिए एक अत्याधुनिक लैब भी स्थापित की जा रही है। इस सेंटर के खुलने के बाद, भोपाल देशभर के रेलवे कार्मिकों के लिए वंदे भारत ट्रेन पर प्रशिक्षण का प्रमुख केंद्र बन जाएगा।
अभी, पश्चिम मध्य रेलवे के लोको पायलट, गार्ड और स्टेशन मैनेजरों का पेशेवर प्रशिक्षण भुसावल और उदयपुर में किया जाता है। इस प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए निशातपुरा में मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर की योजना बनाई गई थी, जिसमें अब वंदे भारत जैसी आधुनिक ट्रेन प्रणाली के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल भी जोड़ा गया है।
यहां वंदे भारत लोको सिमुलेटर लैब भी तैयार की जा रही है, जहां लोको पायलट वास्तविक ट्रेन संचालन का अनुभव प्राप्त करेंगे। उन्हें केबिन में विभिन्न प्रणालियों के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिसमें गति, ब्रेक लगाने और सिग्नल प्रक्रिया का सिमुलेटर पर अभ्यास शामिल है।
इस प्रशिक्षण केंद्र में तकनीकी, सिग्नलिंग, दूरसंचार, इंजीनियरिंग, लेखा, कार्मिक, भंडार, और यातायात से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा। यहां देशभर से रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी प्रशिक्षण प्राप्त करने आएंगे।
इस केंद्र में 80 बिस्तरों वाला होस्टल, कैंटीन, प्रशासनिक भवन, पुस्तकालय, कंप्यूटर केंद्र, सभागार और चिकित्सा कक्ष जैसी सुविधाएं भी विकसित की जा रही हैं। यह सेंटर अगले साल तक चालू होने की उम्मीद है।
निशातपुरा में मल्टी डिसिप्लिनरी ट्रेनिंग सेंटर का निर्माण प्रगति पर है, और जल्दी ही रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों को यहां प्रशिक्षण की सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
– सौरभ कटारिया, सीनियर डीसीएम, भोपाल रेल मंडल