देवास। अविवाहित युवक की शादी करवाने के नाम पर दो महिलाओं सहित पांच लोगों ने धोखाधड़ी की। शादी के एवज में 1 लाख 70 हजार रुपये लिए। मंदिर में वरमाला की रस्म करवाई। दो दिन बाद लड़की भागने लगी तो युवक ने पकड़ लिया। थाने पहुंचकर रिपोर्ट लिखवाई।
ये है पूरा मामला
औद्योगिक क्षेत्र थाना पुलिस ने बताया कि देवास के अमोना निवासी 38 वर्षीय दिनेश भाट ने रिपोर्ट लिखवाई है। फरियादी ने बताया कि उसका विवाह नही हो रहा था। नौगांव, जिला उज्जैन निवासी मित्र पिंटू से इस बारे में बात की। पिंटू ने कहा कि पिपलोदा द्वारकाधीश और उज्जैन निवासी याकूब चाचा शादी करवा देंगे। उनके सम्पर्क अच्छे हैं।
पीड़ित ने आगे बताया कि उसने याकूब से मुलाकात की। याकूब ने गांव खेड़ा कासुन, महिदपुर जिला उज्जैन निवासी अमृतलाल से मिलवाया। उन्होंने कहा कि एक लड़की है, जो शादी के लिए तैयार है। 1 लाख 70 हजार रुपये देना पड़ेंगे। 10 हजार रुपये एडवांस दे दिए। 26 अक्टूबर को देवास आकर कोर्ट में दस्तावेज तैयार करवाए।
दिनेश ने आगे कहा कि शादी दीवाली बाद करेंगे, लेकिन दूसरे पक्ष ने तत्काल करने की बात कही। इस पर लोहार पिपल्या के मंदिर में वरमाला की रस्म अदा कर बचे हुए 1 लाख 60 हजार रुपये लिए। उसके बाद लड़की को फरियादी के साथ भेजा गया।
मंदिर में हुई रस्म के दौरान लड़की पिंकी निवासी मांगलिया चौराहा इंदौर के अलावा याकूब, पिंटू, अमृतलाल और प्रतिभा चौधरी निवासी निवासी नेहरू नगर इंदौर भी मौजूद थे। शादी के बाद सभी चले गए। दो दिन लड़की घर में रही। 29 अक्टूबर को घर से निकल गईं।
पत्नी को भागते हुए पकड़ा
परिचितों ने मुझे को बताया कि तुम्हारी पत्नी कहीं जा रही है। उसके बाद मैंने उसको अमोना चौराहे पर पकड़ लिया। फिर उसको लेकर थाने पहुंच गया। यहां पूरी घटना बताने पर पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया। लड़की को वन स्टॉप सेंटर भेजा। आरोपितों की गिरफ्तारी नही हुई है। पुलिस के अनुसार प्रतिभा और पिंकी दोनों बहनें हैं।