इंदौर। इंदौर में संपत्ति खरीदना महंगा होने वाला है। इसकी वजह यह है शासन के निर्देशानुसार जिले में साल में दूसरी बार गाइडलाइन दरों में बढ़ोतरी की जा रही है। जिले में 469 लोकेशन पर गाइडलाइन दरों में बढ़ोतरी का प्रस्ताव तैयार किया गया है। यहां 0 से 31 प्रतिशत की बढोतरी प्रस्तावित की गई है।
वहीं 105 नई कालोनियों को भी गाइडलाइन में शामिल किया गया है। जिला मूल्यांकन समिति ने बढौतरी के प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की है।आमजन अब 4 नवंबर तक अपने सुझाव दे सकते है। प्राप्त सुझावों का निराकरण कर गाइडलाइन का प्रस्ताव केंद्रीय मूल्यांकन बोर्ड को भेजा जाएगा।
आठ महीने बाद फिर बढ़ाई जा रही गाइडलाइन
इंदौर में आठ माह बाद एक बार फिर अचल संपत्तियों की गाइडलाइन बढ़ाई जा रही है। इसमें ऐसी लोकशन का चयन किया गया है, जहां पर तय गाइडलाइन से अधिक दाम पर संपत्तियों की रजिस्ट्री हो रही थी। एक अप्रैल 2024 को गाइडलाइन में बढोतरी के बाद जिले में 5154 लोकेशन पर संपत्तियां पंजीकृत हो रही थी
वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक शर्मा ने बताया कि महानिरीक्षक पंजीयन भोपाल द्वारा 469 लोकेशन पर गाइडलाइन बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेजा गया था। बुधवार को कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में जिला मूल्यांकन समिति की बैठक संपन्न हुई।
इसमें गाइडलाइन बढ़ाने को लेकर चर्चा की गई। ऐसी लोकेशन को शामिल किया गया है, जहां पर गाइडलाइन से अधिक मूल्य पर दस्तावेज पंजीकृत हो रहे है। बैठक में विधायक महेंद्र हार्डिया, डॉ. अमरेश नायडू, सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जिला मूल्यांकन समिति की बैठक में 469 लोकेशन पर गाइडलाइन बढ़ोतरी के प्रस्ताव पर मोहर लगी है। इसमें इंदौर के बाहरी क्षेत्र की कॉलोनियां सर्वाधिक शामिल की गई है। बायपास, कनाड़िया रोड, सुपर कॉरिडोर और उज्जैन रोड पर कई कॉलोनियों की दरे बड़ी है।
वहीं स्कीम नंबर 114, 78, रेडीमेट मार्केट जैसे क्षेत्रों में भी दरे बढ़ाई है। वहीं सांवेर तहसील की 24 नई कॉलोनियों को शामिल किया गया है। मल्हारगंज तहसील में भी 21 कॉलोनियां शामिल की गई। सबसे कम दो नई कॉलोनियां देपालपुर तहसील की है।