भोपाल। के टीबी मरीजों को हर महीने मिलने वाली सहायता राशि को 500 रुपए से बढ़ाकर 1000 रुपए कर दिया है।
यह निर्णय प्रदेश में बढ़ते टीबी मामलों पर नियंत्रण पाने और मरीजों को बेहतर पोषण देने के उद्देश्य से लिया गया है। इस फैसले के बाद अब हर टीबी मरीज के खाते में हर महीने दुगने रुपए आएंगे।
सरकार पहले टीबी मरीजों को पौष्टिक आहार के लिए 500 रुपए हर महीने देती थी, जिसे अब दोगुना कर दिया गया है। इसके साथ ही स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी मरीजों की निगरानी भी कर रहा है ताकि उन्हें समय पर इलाज और आवश्यक सहायता मिल सके।
प्रदेश सरकार ने टीबी मरीजों के लिए सहायता राशि बढ़ाने का फैसला इसलिए लिया है ताकि उन्हें पर्याप्त पौष्टिक आहार मिल सके और उनकी सेहत में सुधार हो। इस कदम से टीबी मरीजों को बड़ी राहत मिलेगी और बीमारी से होने वाली मौतों की दर को कम किया जा (TB Patients) सकेगा।
पहले अक्टूबर तक मरीजों को हर महीने 500 रुपए का पोषण भत्ता दिया जाता था, लेकिन अब इसे बढ़ाकर 1000 रुपए (TB Patients Get Rs 1000) कर दिया गया है।
यह निर्णय केंद्र सरकार के “टीबी मुक्त भारत” अभियान के तहत लिया गया है, जो टीबी मरीजों को पोषण भत्ता प्रदान करके उनकी रिकवरी में मदद करने का लक्ष्य रखता है।
टीबी के मरीजों में पुरुषों की संख्या ज्यादा
वर्तमान में टीबी मरीजों में पुरुषों की संख्या महिलाओं (TB Patients Get Rs 1000) की तुलना में अधिक है, जिसमें कुल पॉजिटिव मरीजों का 70 प्रतिशत पुरुष हैं। इटारसी, नर्मदापुरम, सुखतवा और पिपरिया जैसे क्षेत्रों में टीबी के मामले सबसे ज्यादा सामने आए हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार जिला समन्वयक (TB Patients) ने जानकारी दी कि इस साल टीबी से 31 लोगों की मौत हुई है। बुजुर्गों को टीबी के खतरे से बचाने के लिए सरकार ने टीकाकरण अभियान भी शुरू किया है, जिसके तहत जिले में अब तक 40 हजार लोगों को एडल्ट बीसीजी टीका लगाया जा चुका है।
नवंबर से बढ़ाई गई राशि
टीबी मरीजों के पोषण भत्ते को एक नवंबर से बढ़ाकर 1,000 रुपये कर दिया गया है। अब हर तीन महीने में 3,000 रुपये की राशि सीधे मरीजों के बैंक खातों में जमा की जाएगी।
इससे मरीजों को साल में कुल 6,000 रुपये अतिरिक्त मिलेंगे। इस भत्ते का लाभ नए मरीजों के साथ-साथ उन मरीजों को भी मिलेगा जो पहले से इस योजना का लाभ ले रहे हैं।