भोपाल। मध्य प्रदेश पुलिस के इतिहास में 30 नवंबर को एक ऐतिहासिक अध्याय जुड़ने जा रहा है। आपको बता दें कि करीब 32 महीने के सफल कार्यकाल के बाद, मध्य प्रदेश पुलिस के डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना 30 नवंबर को सेवानिवृत्त (रिटायर्ड) हो जाएंगे। उनकी विदाई परेड मोतीलाल नेहरू स्टेडियम में आयोजित की जाएगी। इस परेड की कमांडर उनकी बेटी सोनाक्षी सक्सेना होंगी, जो 2020 बैच की आईपीएस अधिकारी हैं। यह एक ऐतिहासिक और भावनात्मक क्षण होगा, जब एक बेटी अपने पिता को विदाई के समय सलामी देगी। इसमें उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा।
आपको बता दें कि इस विशेष सलामी परेड की कमांडर कोई और नहीं, बल्कि सुधीर कुमार सक्सेना की बेटी सोनाक्षी सक्सेना होंगी। 2020 बैच की आईपीएस अधिकारी सोनाक्षी वर्तमान में भोपाल में डीसीपी (DCP) के पद पर कार्यरत हैं।यह एक गौरवमयी क्षण होगा, जब एक बेटी अपने पिता को विदाई के समय सलामी देगी और मप्र पुलिस इतिहास में यह पहली बार होगा कि ऐसी स्थिति बनेगी।
दो साल पहले बने थे डीजीपी
प्रदेश के 30वें पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना, जो 1987 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं। इन्होंने 4 मार्च 2022 को पूर्व डीजीपी विवेक जौहरी के सेवानिवृत्त होने के बाद यह पद संभाला था। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने साइबर अपराध के मुद्दे पर राष्ट्रीय स्तर का सेमिनार आयोजित किया और नक्सल प्रभावित जिलों में पुलिस कार्रवाई को मजबूत किया।
आपको बता दें कि इनका डीजीपी का कार्यकाल 30 नवंबर 2024 को समाप्त होने जा रहा है और इस मौके पर प्रदेश पुलिस की ओर से भव्य विदाई समारोह की तैयारियां की जा रही हैं। गार्ड ऑफ ऑनर के लिए पुलिस का अभ्यास अगले सोमवार से शुरू होगा, जिसमें एक भव्य परेड का आयोजन किया जाएगा और डीजीपी को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सलामी दी जाएगी।
ग्वालियर मूल के हैं डीजीपी
डीजीपी सुधीर कुमार सक्सेना का जन्म ग्वालियर में हुआ था। उनकी बेटी सोनाक्षी सक्सेना वर्तमान में भोपाल में पुलिस उपायुक्त (आसूचना) के पद पर तैनात हैं। इससे पहले वह इंदौर में सहायक पुलिस आयुक्त और जबलपुर में सहायक पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में भी अपनी सेवाएं दे चुकी हैं।
ये कहा
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो सोनाक्षी ने कहा है कि मेरे लिए यह एक गर्व का पल है कि मैं उस परेड का हिस्सा बनूंगी, जिसमें डीजीपी को उनकी सेवानिवृत्त होने पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाएगा। वह मेरे पिता भी है। ईश्वर की कृपा है कि यह क्षण मुझे मिल पा रहा है।