भोपाल। मध्य प्रदेश में खाद संकट के बीच अधिकारियों की लापरवाही के मामले सामने आए हैं। दतिया जिले में खाद वितरण की निगरानी में असावधानी बरतने पर राज्य सरकार ने कृषि विभाग के सहायक संचालक और उप संचालक (DDA) को निलंबित कर दिया है।
जानकारी के अनुसार, उप संचालक (DDA) डीएस सिद्धार्थ पर खाद वितरण में लापरवाही बरतने के आरोप थे। इस मामले को लेकर कलेक्टर संदीप माकिन ने शासन को पत्र भेजा था।
इस पत्र के आधार पर उच्च अधिकारियों ने डीएस सिद्धार्थ और सहायक संचालक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया। इस निर्णय के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है।
कृषि विभाग की नाराजगी
भोपाल स्थित किसान कल्याण और कृषि विकास विभाग द्वारा जारी आदेश में दतिया जिले के कलेक्टर की रिपोर्ट का जिक्र किया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि जिले में खाद की रैक आने से लेकर उसके वितरण तक प्रभावी निगरानी और गुणवत्ता जांच की कमी रही, जिससे खाद और बीज की उपलब्धता में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं।
इसके अलावा, सीएम हेल्पलाइन पर लंबित मामलों के समाधान में भी लापरवाही बरती जा रही थी। मौखिक निर्देशों के बावजूद इन मामलों का समाधान नहीं किया गया था।
निलंबन की कार्रवाई
कलेक्टर द्वारा भेजे गए पत्र में यह पाया गया कि अधिकारियों ने अपनी जिम्मेदारियों में गंभीर लापरवाही दिखाई और वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशों को नजरअंदाज किया। इस पर कार्रवाई करते हुए राज्य सरकार ने डीएस सिद्धार्थ, सहायक संचालक और प्रभारी उप संचालक, किसान कल्याण और कृषि विकास, जिला दतिया को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
निलंबन के दौरान डीएस सिद्धार्थ का मुख्यालय संयुक्त संचालक, किसान कल्याण और कृषि विकास, चंबल संभाग, मुरैना निर्धारित किया गया है। इस दौरान उन्हें नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ते की पात्रता भी दी जाएगी।