इंदौर । हिंदू धर्म में पंचक को शुभ नहीं माना जाता है। पंचक यानी 5 दिन। इन पांच दिनों में कोई शुभ कार्य फलीभूत नहीं होता है। इसलिए यह पता होना जरूरी है कि पंचक कब से लग रहे हैं और कब तक रहेंगे।
इंदौर के ज्योषाचार्य पं. हर्षित मोहन शर्मा के अनुसार, दिसंबर के दूसरे हफ्ते में पंचक रहेंगे। इनकी शुरुआत 7 दिसंबर को सुबह 5 बजकर 4 मिनट से होगी। 11 दिसंबर को सुबह 11 बजकर 48 मिनट पर पंचक खत्म होगा। इसी दौरान 8 दिसंबर को भद्रा काल भी रहेगा।
पंचक क्या होते हैं
पं. हर्षित मोहन शर्मा ने बताया कि हर 27 दिन बाद ग्रहों की दशा के कारण पंचक लगते हैं। जब चंद्र देव, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्व भाद्रपद, उत्तरा भाद्रपद और रेवती नक्षत्र में विचरण करते हैं, तब इस स्थिति को ज्योतिष विज्ञान में पंचक कहा जाता है।
पंचक की अवधि पांच दिन की होती है। इस दौरान हर व्यक्ति को बहुत संभलकर रहना चाहिए। किसी तरह का शुभ कार्य नहीं करना चाहिए।
पंचक में क्या नहीं करना चाहिए
- मान्यताओं के अनुसार, इन पांच दिन की अवधि में कोई शुभ कार्य जैसे विवाह, मुंडन, गृह प्रवेश, नवजात शिशुओं से जुड़े कोई भी संस्कार जैसे अन्नप्राशन आदि नहीं करना चाहिए।
- इन पांच दिनों में किसी नए काम की शुरुआत नहीं करना चाहिए। यदि प्रॉपर्टी खरीदने या बेचने की प्लानिंग है, तो भी पांच दिन बात के लिए टाल देना चाहिए।
- किसी तरह का पैसों का बड़ा लेन-देन नहीं करना चाहिए। यदि बिजनेस करते हैं तो कई भी बड़ी डील करने से बचें। लाभ होने के स्थान पर उल्टा नुकसान हो सकता है।
पंचक में यात्रा करना पड़े हो क्या करें
पंचक के दौरान यात्रा करने से भी बचना चाहिए। खासतौर पर दक्षिण दिशा की ओर यात्रा नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसी यात्रा को कोई अच्छा परिणाम नहीं निकलता है, बल्कि उल्टा नुकसान होने की आशंका है।
यदि किसी कारणवश दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करना पड़े, तो यात्रा शुरू करने से पहले कुछ कदम उल्टा चलें। इसके बाद पलटकर दक्षिण का रुख करें।
यात्रा करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें। वाहन संभलकर चलाएं। किसी अंजान पर भरोसा न करें। किसी को बड़ी धनराशि उधार न दें। अपने पार्टनर पर भी नजर रखें।