रीव। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूलों में कई शिक्षक अपनी जिम्मेदारियों से पूरी तरह बेखबर हैं। हाल ही में रीवा के जवा सरकारी हाई स्कूल में प्रधानाध्यापक मुन्ना लाल कोल शराब के नशे में स्कूल पहुंचे। सफेद कुर्ते-पजामे में उनका संतुलन बिगड़ गया और वह मुश्किल से स्कूल तक पहुंचे।
जब मुन्ना लाल ने शराब के नशे में स्कूल में प्रवेश किया, उसी समय संकुल प्राचार्य हीरामणि त्रिपाठी भी जांच के लिए स्कूल पहुंचे थे। इस मौके पर प्रधानाध्यापक और जांच अधिकारी के बीच बहस हुई, जिसका वीडियो वायरल हो गया। इससे पहले भी मुन्ना लाल के खिलाफ कई शिकायतें मिल चुकी थीं। शिक्षा विभाग ने इस घटना के बाद प्रधानाध्यापक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
मध्य प्रदेश के आदिवासी बहुल जिले डिंडौरी में स्कूल भवनों की जर्जर हालत ने बच्चों की शिक्षा में बाधाएं डाल दी हैं। करंजिया विकासखंड के लखनपुर प्राइमरी स्कूल का भवन इतनी खराब हालत में है कि बच्चों को तीन किलोमीटर दूर दूसरे स्कूल भेजा जा रहा है।
इस स्कूल के पुराने भवन में पहले चार महीने तक बालिका शौचालय में कक्षाएं चलती रही। बाद में किराए के कच्चे भवन में स्कूल संचालित हुआ, लेकिन जब छह महीने तक किराया नहीं दिया गया, तो मकान मालिक ने बच्चों को निकाल दिया। अब बच्चे खुले आसमान में पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि जिम्मेदार विभाग मौन है।