उज्जैन। मोहन यादव सरकार का बुलडोजर जमकर गरजा। यहां सड़क निर्माण में बाधक बन रहे 13 मकानों पर निगम का बुलडोजर चलाया गया है। इस दौरान अवैध रूप से किए गए अतिक्रमण के हिस्से को हटाया गया। बुलडोजर कार्रवाी के दौरान रहवासियों ने हल्का विरोध भी किया। हालांकि, इन घरों को हटाने के लिए निगम ने पहले नोटिस जारी कर दिया था। बाद में यह कार्रवाई करते हुए अवैध हिस्से 2 से 3 मीटर तक तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई। इस दौरान जानकारी सामने आई है कि कुछ और घरों पर भी बुलडोजर कार्रवाई का खतरा बना हुआ है।
इस पूरे सड़क निर्माण में 96 मकान इसकी जद में आ रहे हैं। ऐसे में उन्हें भी जल्द नोटिस देकर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल 13 घरों को नोटिस देने के बाद तोड़ दिया गया है। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बुलडोजर कार्रवाई के दौरान भारी संख्या में पुलिस बल के साथ निगम के अधिकारियों की टीम भी मौजूद रही।
मिली जानकारी के अनुसार, नगर निगम द्वारा की गई बुलडोजर कार्रवाई में दो से तीन मीटर तक का हिस्सा तोड़ा गया है। इस दौरान कुछ घरों के अगले और पिछले भाग पर हुई कार्रवाई के कारण घर को नुकसान ज्यादा होने पर घर मालिकों द्वारा विरोध दर्ज करवाया गया। भारी संख्या में पुलिस बल होने के कारण विरोध बढ़ नहीं पाया।
इस बारे में जानकारी देते हुए नगर निगम अधिकारी ने बताया कि उज्जैन के बालाजी परिषद स्थित 13 घरों को पहले ही नोटिस जारी किए गए थे। जिसमें से एक घर को पूरी तरह ध्वस्त किया जाना था। जबकि, बाकी मकान के कुछ हिस्सों को तोड़ा जाना था। जिस पर निगम ने कार्रवाई करते हुए अवैध अतिक्रमण के हिस्से को हटाया है। सड़क निर्माण में 96 मकान आ रहे हैं, इनमें से अधिकांश का पूरा निर्माण तोड़ा जाना है। फिलहाल 13 को नोटिस दिए थे, बाकी को खुद से सामान निकालने को अभी कहा गया है।