उज्जैन। ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में 31 दिसंबर और 1 जनवरी को नए साल के अवसर पर देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को महाकाल महालोक से मंदिर में प्रवेश करने का रास्ता चारधाम मंदिर से शक्तिपथ के रास्ते होकर मिलेगा। कर्कराज, कलोता और भील समाज धर्मशालाओं में वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक इंतजाम करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कर्कराज पार्किंग से निरीक्षण की शुरुआत की और अधिकारियों को यहां सफाई और समतलीकरण करने का निर्देश दिया।
कलेक्टर ने पैदल यात्रा की और कलोता समाज व भील समाज की धर्मशालाओं का भी निरीक्षण किया। भीड़ बढ़ने पर इन स्थानों पर भी वाहन पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। कलेक्टर ने गंगा गार्डन, गौंड बस्ती, चारधाम पार्किंग, शक्तिपथ, महाकाल महालोक, मानसरोवर फैसिलिटी सेंटर होते हुए मंदिर परिसर का जायजा लिया। यह वही मार्ग है, जिसे श्रद्धालु नए साल पर भगवान महाकाल के दर्शन के लिए मंदिर पहुंचने के दौरान उपयोग करेंगे।
कलेक्टर ने इस पूरे मार्ग की सफाई कराने और बैरिकेड लगाने के निर्देश दिए। साथ ही पेयजल, प्रकाश व्यवस्था आदि के लिए भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने हरसिद्धि चौराहा से शिप्रा के रामघाट तक की व्यवस्थाओं का भी निरीक्षण किया और घाट पर सफाई तथा महिलाओं के लिए वस्त्र बदलने के लिए काटेज लगाने के निर्देश दिए।
इस दौरान, ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर में शुक्रवार को मुंबई से आए भक्त ने भगवान महाकाल को चांदी का मुकुट भेंट किया। मंदिर समिति ने दानदाता को विधिवत रसीद प्रदान कर उनका सम्मान किया। जनसंपर्क अधिकारी गौरी जोशी ने बताया कि मुंबई से आए भारतसिंह कैलावत ने भगवान महाकाल के श्रृंगार के लिए लगभग दो किलो चांदी से निर्मित मुकुट भेंट किया। मंदिर समिति ने दानदाता को भगवान महाकाल का लड्डू प्रसाद भेंट कर उनका सम्मान किया।