ग्वालियर। ग्वालियर में अब तक का सबसे लंबा डिजिटल अरेस्ट मामले का खुलासा हुआ है, जिसमें साइबर ठगों ने 30 दिन तक बीएसएफ के इंस्पेक्टर को निशाना बनाकर 70.29 लाख रुपये ठग लिए।
ठगों ने इंस्पेक्टर को मनी लांड्रिंग के मामले में फंसा होने की धमकी दी और उन्हें 25 बैंक खातों में कुल 71 लाख 24 हजार 988 रुपये ट्रांसफर करवा लिए। हालांकि, इनमें से 94 हजार 998 रुपये वापस कर दिए, जबकि 70 लाख 29 हजार 990 रुपये हड़प लिए गए।
बीएसएफ अकादमी में पोस्टेड 59 वर्षीय अबसार अहमद, जो उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के निवासी हैं, 2 दिसंबर को एक धोखेबाज कॉल के शिकार हुए। कॉल करने वाले ने खुद को मुंबई साइबर ब्रांच से बताया और इंस्पेक्टर को मनी लांड्रिंग के मामले में फंसा होने की धमकी दी। वह लगातार वीडियो कॉल के जरिए इंस्पेक्टर को डराते रहे और उनकी मजबूरी का फायदा उठाया।
इंस्पेक्टर से कहा गया कि वह जितना भी पैसा रखते हैं, उसे एक खाते में ट्रांसफर करना होगा, ताकि यदि वह मनी लांड्रिंग में शामिल नहीं पाए गए तो पैसा वापस मिल जाएगा। डर के कारण इंस्पेक्टर ने पहले 15 लाख रुपये, फिर और 15 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए, और इस तरह से ठगों ने कुल 71 लाख 24 हजार 988 रुपये हड़प लिए।
इंस्पेक्टर ने रिश्तेदारों और दोस्तों से पैसे उधार लेकर यह रकम ठगों को दी। 31 दिसंबर तक ठग लगातार उनसे पैसे लेते रहे, और 2 जनवरी को इंस्पेक्टर ने अपने बेटे को घटना बताई, जिसके बाद 3 जनवरी को साइबर हेल्पलाइन पर कॉल किया गया।
इंस्पेक्टर ने बताया कि ठगों ने उन्हें और उनके परिवार को जेल भेजने की धमकी दी, जिससे वह पूरी तरह डर गए और लगातार ठगों के कहे अनुसार पैसे भेजते गए। पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू कर दी है।