भोपाल। अलग-अलग स्थानों पर बनी पांच मौसम प्रणालियों के प्रभाव से दिन और रात के तापमान में बढ़ोतरी हो रही है। इस वजह से कड़ाके की ठंड से फिलहाल राहत मिल गई है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के आगे बढ़ जाने के कारण शुक्रवार से एक बार फिर रात के तापमान में गिरावट होने का सिलसिला शुरू हो सकता है।
उज्जैन में मकर संक्रांति पर सूर्यदेव के उत्तरायन होने के बाद मौसम में बदलाव नजर आने लगा है। दिन बड़े होने के साथ शाम सुहानी होती जा रही है। सूर्यास्त का समय भी बदल रहा है। शासकीय जीवाजी वेधशाला के अनुसार 18 जनवरी को सूर्यास्त का समय शाम 6 बजकर 5 मिनट था, जो 21 जनवरी को तीन मिनट बढ़कर 6 बजकर 8 मिनट हो गया है। वेधशाला अधीक्षक प्रो.राजेंद्र प्रकाश गुप्त ने बताया सूर्य के उत्तारयन होने के बाद अब दिन की अवधि बढ़ती जाएगी और सूर्य देर से अस्त होगा। इसके साथ ठंड भी रुखस्त होगी।
उधर, बुधवार को प्रदेश में रात का सबसे कम 8.8 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में दर्ज किया गया। हिल स्टेशन पचमढ़ी में पारा 7.6 डिग्री सेल्सियस पर रहा।
सबसे कम 800 मीटर दृश्यता भोपाल एवं खजुराहो एयरपोर्ट पर रही। दिन का सबसे अधिक 31.2 डिग्री सेल्सियस तापमान मंडला में रिकार्ड हुआ।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में नया पश्चिमी विक्षोभ अफगानिस्तान और उससे लगे पाकिस्तान पर द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।
दूसरा पश्चिमी विक्षोभ पंजाब में हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना हुआ है। हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में एक प्रेरित चक्रवात मौजूद है।
दक्षिण-पूर्वी राजस्थान पर भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
इसके अतिरिक्त उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम (12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर पश्चिम से पूर्व की तरफ 268 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाओं का चलना) बना हुआ है।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों के असर से तापमान बढ़ने लगा है।
खंडवा जिले के मौसम में लगातार बदलाव के चलते अब जहां सुबह और शाम ठंड महसूस हो रही है वहीं दूसरी ओर दिन में गर्मी बढ़ती नजर आ रही है।
इधर मौसम विभाग की माने तो फरवरी माह के दूसरे सप्ताह तक मौसम में ठंड रहेगी। मौसम विज्ञानी सौरव गुप्ता ने बताया कि संक्रांति का पर्व निकल चुका है।
मौसम भी पूरी तरह साफ हो चुका है जिसके चलते सूर्य तपने की अवधि बढ़ गई है।
अब सूर्य निकलने की अवधि आठ घंटे हो चुकी है और यही कारण है कि अधिकतम तापमान 29 से 31 डिग्री चला गया है।
न्यूनतम 12 से 14 डिग्री पर स्थिर बना हुआ है। मंगलवार को जिले में न्यूनतम तापमान 12.4 और अधिकतम 30.1 दर्ज किया गया।
विज्ञानी ने बताया कि अभी जिले में मौसम की स्थिति के चलते सुबह कुछ समय के लिए कोहरा निर्मित हो रहा है और वातावरण में नमी बनी हुई है।
उन्हाेंने बताया कि रात ठंडी और दिन गर्म होने के चलते फसलों को भी नुकसान हो सकता है। विज्ञानी ने वर्तमान मौसम से फसलों पर हो रहे प्रभाव से बचाव और संबंधित सुझाव भी जारी किए हैं।