इंदौर। माघ मास की गुप्त नवरात्रि वर्ष 2025 में 30 जनवरी से 7 फरवरी तक मनाई जाएगी। यह समय आध्यात्मिक साधना और देवी उपासना का विशेष माना जाता है। इस दौरान दस महाविद्याओं—माँ काली, माता तारा, त्रिपुर सुंदरी, भुवनेश्वरी, माता छिन्नमस्ता, त्रिपुरा भैरवी, माँ धूमावती, माता बगलामुखी, मातंगी और माता लक्ष्मी—की पूजा का खास महत्व है।
गुप्त नवरात्रि के पहले दिन की घटस्थापना को बेहद शुभ माना जाता है। इसे विशेष मुहूर्त में ही करना चाहिए। इस वर्ष घटस्थापना के लिए दो शुभ मुहूर्त निर्धारित किए गए हैं। आइए इसे विस्तार से समझें और जानें कि गुप्त नवरात्रि के दौरान किन चीजों का दान करना लाभकारी है।
घटस्थापना का शुभ मुहूर्त
सुबह: 9:26 से 10:47 बजे तक।
दोपहर: 12:14 से 12:57 बजे तक।
गुप्त नवरात्रि में दान का महत्व
1. अन्न का दान
गुप्त नवरात्रि के दौरान अन्न का दान करना अत्यंत शुभ माना जाता है। गेहूं, चावल या अन्य अन्न जरूरतमंदों को दान करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। ध्यान दें, दान का पूर्ण फल तभी मिलता है जब यह ग़रीब और जरूरतमंदों को किया जाए।
2. वस्त्रों का दान
माँ दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए लाल, पीले या सफेद रंग के वस्त्रों का दान करना शुभ होता है। यह दान न केवल देवी का आशीर्वाद दिलाता है, बल्कि सौभाग्य और आर्थिक समृद्धि भी लाता है।
3. गोदान का महत्व
गुप्त नवरात्रि में गौ सेवा और गोदान का विशेष महत्व है। गोदान से पापों का नाश होता है और सौभाग्य व समृद्धि का आगमन होता है। गौ माता की सेवा करने से देवी अन्नपूर्णा और माँ लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
गुप्त नवरात्रि में इन विधियों का पालन कर माँ दुर्गा की कृपा प्राप्त की जा सकती है। यह समय अपने जीवन में आध्यात्मिक उन्नति और सुख-समृद्धि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।