भोपाल। मध्य प्रदेश में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर सरकार ने अहम फैसला लिया है. राज्य सरकार ने शिक्षकों की छुट्टी पर रोक लगा दी है. शिक्षक 15 फरवरी से 15 मई तक कोई छुट्टी नहीं ले सकेंगे. यह फैसला एस्मा लागू होने के बाद लिया गया है. दरअसल, बोर्ड परीक्षाओं के दौरान किसी भी तरह के व्यवधान को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है. इससे पहले बड़ी संख्या में शिक्षकों ने महाकुंभ में जाने के लिए छुट्टी के लिए आवेदन किया था, जिससे परीक्षाओं पर असर पड़ने की आशंका थी
बोर्ड परीक्षा को लेकर 15 मई तक एस्मा लागू
दरअसल, बोर्ड परीक्षाओं को देखते हुए राज्य सरकार ने बड़ा फैसला लिया है. प्रदेश में एस्मा लागू कर दिया गया है. इसके तहत विभाग में कर्मचारियों, अधिकारियों, शिक्षकों की छुट्टी पर रोक लगा दी गई है. खासकर शिक्षकों को किसी भी हालत में छुट्टी नहीं दी जा रही है. इस दौरान शिक्षकों को सीसीएल और महाकुंभ में शामिल होने की अनुमति नहीं होगी. क्योंकि बड़ी संख्या में आवेदन आ रहे थे. इसके अलावा शिक्षक हड़ताल भी नहीं कर सकेंगे. प्रदेश में 25 फरवरी से एमपी बोर्ड की परीक्षाएं शुरू होंगी. परीक्षाओं में नियुक्त कर्मचारी, अधिकारी और अन्य स्टाफ आदेश की समय सीमा में छुट्टी नहीं ले सकेंगे.
महाकुंभ जाने के लिए आए थे आवेदन
जानकारी के अनुसार शिक्षकों के सीसीएल और महाकुंभ में जाने के लिए विभाग को काफी आवेदन मिल रहे थे. अब परीक्षाओं के लिए नियुक्त कर्मचारी, अधिकारी और अन्य स्टाफ आदेश की समय सीमा में अवकाश नहीं ले सकेंगे. शिक्षक हड़ताल पर भी नहीं जा सकेंगे
15 फरवरी से 15 मई तक नहीं मिलेंगी छुट्टी
एमपी बोर्ड की परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं. ऐसे में अब शिक्षक प्रयागराज में महाकुंभ या चाइल्ड केयर लीव (CCLE) के लिए छुट्टी नहीं ले पाएंगे. इसकी वजह यह है कि सरकार ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर 15 फरवरी से 15 मई तक ESMA लागू किया है.