भोपाल। चिकित्सा जगत में तकनीक का लगातार विकास हो रहा है और रोबोटिक सर्जरी ने इसमें नई क्रांति ला दी है। मुंबई के प्रसिद्ध रोबोटिक सर्जन डॉ. जयदीप पालेप ने इस तकनीक के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने अनुभव साझा किए।
डॉ. पालेप ने बताया कि पहले पेट की सर्जरी लेप्रोस्कोपिक (दूरबीन) तकनीक से की जाती थी, जिसमें पेट में चीरा लगाकर सर्जरी करनी पड़ती थी, लेकिन 2009 में जब दा विंची रोबोट भारत में आया, तब पहली बार मैंने रोबोटिक सर्जरी की।
एमपीएसीकान 2025 सम्मेलन
यह देश की पहली रोबोटिक सर्जरी थी। उस समय पूरे भारत में सिर्फ एक रोबोट था, लेकिन आज देशभर में लगभग 300 रोबोट मौजूद हैं, जो अलग-अलग तकनीकों से सर्जरी कर रहे हैं। डॉ. जयदीप पालेप गांधी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) के सामान्य शल्य चिकित्सा विभाग द्वारा मप्र चैप्टर के एमपीएसीकान 2025 सम्मेलन में शामिल होने भोपाल पहुंचे हैं।
इस दौरान उन्होंने नईदुनिया से अपने अनुभव साझा किए। बता दें कि डॉ. जयदीप ने अब तक दस हजार से अधिक रोबोटिक सर्जरी की हैं। उन्होंने रोबोटिक सर्जरी के बारे में बताया कि मैंने पहली बार 45 वर्षीय मरीज की सर्जरी की थी। उसे हार्निया था।
उसकी जठर (पेट के अंदर का एक भाग) छाती के हिस्से में चली गई थी, जिससे उसके फेफड़ों पर प्रभाव पड़ रहा था। इस वजह से उसके फेफड़े भी पिचक गए थे और उसे सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। तब मैं मुंबई से हैदराबाद आपरेशन करने गया था। सर्जरी सफल रही और मरीज को सिर्फ 24 घंटे में अस्पताल से छुट्टी मिल गई।
हर सर्जरी के लिए तकनीक मौजूद
डॉ. पालेप के अनुसार रोबोटिक सर्जरी से मरीज को तेजी से रिकवरी मिलती है, क्योंकि इसमें कम दर्द और न्यूनतम रक्तस्राव होता है। इसके अलावा सर्जन को थ्री-डी व्यू मिलता है, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि वह शरीर के अंदर रहकर ही आपरेशन कर रहा है।
यह तकनीक अत्यधिक सटीकता और सूक्ष्मता से सर्जरी करने में मदद करती है। आज शरीर के किसी भी अंग की सर्जरी रोबोटिक तकनीक से संभव है। डॉ. पालेप का मानना है कि भविष्य में रोबोटिक सर्जरी चिकित्सा क्षेत्र में आम प्रथा बन जाएगी, जिससे मरीजों को अधिक सुरक्षित और प्रभावी उपचार मिल सकेगा।
डॉ. मनदीप सिंह ने की थी भारत में पहली बार ब्रेस्ट कैंसर की रोबोटिक सर्जरी
सम्मेलन में मुंबई से आए डॉ. मनदीप सिंह पहले डाक्टर हैं, जिन्होंने ब्रेस्ट कैंसर की रोबोटिक सर्जरी की थी। उन्होंने एक साल में 30 रोबोटिक सर्जरी सफलतापूर्वक पूरी की है। डॉ. मनदीप सिंह ने बताया कि इटली दुनिया में ब्रेस्ट कैंसर सर्जरी का सबसे बड़ा केंद्र है।
अब भारत में भी ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में रोबोटिक सर्जरी का उपयोग बढ़ रहा है। डॉ. सिंह ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी की सबसे बड़ी विशेषता तेजी से रिकवरी है। जहां पारंपरिक सर्जरी के बाद मरीज को कई दिनों तक अस्पताल में रहना पड़ता था, वहीं रोबोटिक तकनीक से मात्र 48 घंटे में मरीज पूरी तरह ठीक हो सकता है।
इस सर्जरी में कम दर्द, न्यूनतम रक्तस्राव और छोटे चीरे के कारण संक्रमण का खतरा भी कम रहता है। डॉ. सिंह का मानना है कि आने वाले वर्षों में भारत में रोबोटिक सर्जरी आम हो जाएगी, जिससे ब्रेस्ट कैंसर के मरीजों को अधिक सुरक्षित, कम जटिल और प्रभावी इलाज मिल सकेगा। यह तकनीक महिलाओं के स्वास्थ्य में एक नई उम्मीद बनकर उभरी है।
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