देवास। मध्य प्रदेश में गांवों के नाम बदलने की प्रक्रिया जारी है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मालवा क्षेत्र के 54 गांवों के नाम बदलने की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि जिन गांवों के नाम अरबी और उर्दू में हैं, उन्हें बदला जाएगा। बीजेपी जिलाध्यक्ष ने इन गांवों के नाम बदलने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को सौंपा था, जिसे उन्होंने जनभावना के आधार पर स्वीकार कर लिया। इससे पहले भी मुख्यमंत्री कई स्थानों के नाम बदलने की घोषणा कर चुके हैं।
देवास जिले के 54 गांवों के नाम होंगे बदले
सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव देवास जिले के दौरे पर थे, जहां बीजेपी जिलाध्यक्ष रायसिंह सेंधव ने उन्हें 54 गांवों के नाम बदलने का ज्ञापन सौंपा। इसे जिले की जनभावना की मांग बताते हुए मुख्यमंत्री ने इसे स्वीकार कर लिया और नाम परिवर्तन की प्रक्रिया शुरू करने के निर्देश दिए। इस संबंध में उन्होंने राजस्व मंत्री और देवास कलेक्टर को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं।
नए नामों की भी हुई चर्चा
बीजेपी जिलाध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को उन 54 गांवों की सूची भी सौंपी, जिसमें उनके नए नामों का प्रस्ताव भी शामिल था। ये गांव देवास, हाटपिपल्या, खातेगांव, बागली, सतवास और उदयनगर क्षेत्र में स्थित हैं, जिनमें सबसे अधिक गांव हाटपिपल्या और देवास में हैं।
मुख्यमंत्री का देवास से विशेष जुड़ाव
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि उनका देवास जिले से विशेष लगाव है, क्योंकि वे बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन से आते हैं और देवास देवी शक्तिपीठों का केंद्र है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जिले में करोड़ों के विकास कार्य जारी रहेंगे और भविष्य में भी इसी गति से होते रहेंगे। हाल ही में उन्होंने यहां से ‘लाड़ली बहना योजना’ की राशि भी जारी की थी। गौरतलब है कि यह पहला मौका नहीं है जब मुख्यमंत्री ने नाम बदलने की घोषणा की हो, इससे पहले भी वे कई स्थानों के नाम बदल चुके हैं।